घुटना बदलने के क्या है कारण, लक्षण, उपचार और बचाव के तरीके ?
घुटनों में दर्द की समस्या का उत्पन होना व्यक्ति के लिए काफी परेशानियां खड़ी कर सकता है इसके अलावा इस समस्या से या यू कहे इस दर्द से कैसे हम बाहर निकल सकते है। वही घुटनों में दर्द की समस्या का क्या है इलाज, लक्षण और कारण साथ ही हम इस समस्या से कैसे खुद को बाहर निकाल सकते है इसके बारे में बात करेंगे इसलिए आर्टिकल के साथ अंत तक जरूर से बने रहे।
घुटने में दर्द की समस्या क्यों उत्पन होती है ?
- घुटने में दर्द की समस्या का उत्पन होना काफी खतरनाक मंजर है।
- तो वही घुटने की संधि में चार अस्थियों की संधि होती है, जैसे उर्वस्थि (फीमर), अन्तर्जंघिका (टिबिया), बहिर्जंघिका (फिबुला) और जानुका (पटेला)। घुटने में चार खानें होते हैं। वही बार-बार के तनाव, चोट या किसी रोग के कारण इन खानों को नुकसान पहुँच सकता है।
- दूसरी और लम्बी दूरी तक दौड़ने से घुटनों के जोड़ में दर्द हो सकता है क्योंकि इससे घुटनों पर बहुत झटका लगता है।
- मानव शरीर में पैर बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्थान रखता हैं, ठीक वैसे ही उनके बीच में बने घुटने भी महत्वपूर्ण स्थान रखते है। घुटनों से ही पैरों को मुड़ने की क्षमता मिलती है। इसलिए इनका खास ध्यान रखना चाहिए।
घुटने में दर्द के कारण क्या है ?
- लंबे समय के लिए घुटने के बल बैठना, घुटने का अधिक उपयोग करना अथवा घुटने में चोट का लगना इसके कारणो में शामिल है।।
- टेन्टीनाइटिस, आपके घुटने में सामने की ओर दर्द जो सीढ़ियों अथवा चढ़ाव पर चढ़ते और उतरते समय बढ़ जाता है।
- घिसा हुआ कार्टिलेज, घुटने के जोड़ के अंदर की ओर अथवा बाहर की ओर दर्द पैदा कर सकता है।
घुटने में दर्द की समस्या ने आपको भी परेशान कर रखा है तो इस दर्द से निजात पाने के लिए रोबोटिक घुटना बदलना की सर्जरी का चुनाव जरूर से करें।
घुटने को बदलने के बाद क्या लक्षण दिखाई देते है ?
- 100 एफ (37.8 सी) से ज्यादा बुखार का होना घुटने की सर्जरी के बाद।
- ठंड या ठंड वाली जगह से कंपकपी का महसूस होना।
- सर्जरी वाली जगह से गंदे पानी का निकलना।
- घुटने में लालपन या कोमलता का बढ़ना।
घुटना बदलने के उपचार क्या है ?
- टोटल नी रिप्लेसमेंट में आपका सर्जन जांघ की हड्डी और पिंडली की हड्डी को जोड़ने वाली सतहों को बदल देता है।
- सर्जरी से पहले सभी जरूरी कामों को करने के बाद डॉक्टर घुटने के हिसे में एक चीरा लगाते है। फिर डॉक्टर घुटने के जोड़ की क्षतिग्रस्त सतहों को हटाते है और जोड़ में कृत्रिम अंगो को लगाते है। तो वही घुटने का कृत्रिम अंग मेटल और प्लास्टिक से बना होता है।
- इसके बाद सर्जरी के दौरान जो चीरा लगाया जाता है उसे टांके या सर्जिकल स्टेपल से बंद कर दिया जाता है।
घुटने की सर्जरी के बाद खुद का बचाव कैसे करें ?
- आराम करें और ऐसे कार्यों से बचे जो दर्द बढ़ा देते हैं, विशेष रूप से वजन उठाने वाले कार्य।
- बर्फ लगाएं। पहले दिन प्रत्येक घंटे 15 मिनट लगाएं। पहले दिन के बाद प्रतिदिन कम से कम 4 बार जरूर लगाएं।
यदि आपके घुटने में ज्यादा परेशानी है तो इस परेशानी से निजात पाने के लिए इस सर्जरी को हुंजन हॉस्पिटल से करवाए।
निष्कर्ष :
यदि आपके घुटने में भी उपरोक्त लक्षण और कारण नज़र आ रहे है तो इसे नज़रअंदाज़ न करें बल्कि समय रहते किसी अच्छे डॉक्टर का चयन जरूर से करें।
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