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सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट से जुड़े 8 ऐसी युक्तियों, जो करें जल्दी ठीक होने में मदद

किसी भी व्यक्ति के जीवन में दुर्घटना जैसी स्थिति कभी भी हो सकती है, जिसकी वजह से इससे पीड़ित व्यक्ति को कई तरह के परिस्तिथयों से गुजरना पड़ सकता है | हलाकि दुर्घटना में लगी छोटी चोट को मलहम द्वारा या फिर थोड़े दिन में ठीक हो सकते है | लेकिन कई बार बड़ी दुर्घटना होने कारण इसमें मौजूद व्यक्ति को गंभीर चोट लग सकती है, जिस वजह से उसकी  हड्डियां क्षतिग्रस्त हो जाती है | जिसमें टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने के लिए सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट का उपयोग किया जाता है, ताकि इससे पीड़ित व्यक्ति जल्द से जल्द ठीक हो सके |

लेकिन एक उचित देखभाल के बिना सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट अपना सटीक रूप से बिल्कुल कार्य नहीं कर सकता, इसलिए निरिक्षीण के साथ-साथ इस कास्ट की देखभाल करना बेहद ज़रूरी होता है | हुन्जुन हॉस्पिटल के यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो में ऐसी ही 8 युक्तियों का अध्ययन किया गया है जिसके माध्यम से सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट की पूर्ण रूप से देखभाल किया जा सकता है और जल्दी रिकवर होने में मदद भी मिल सकती है | इसलिए आइये जानते है सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट से जुड़े ऐसे ही 8 युक्तियों के बारे में :-    

  1. इस बात का हमेशा ध्यान रखें की सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट में किसी भी तरह का दबाव न डालें | 
  2. सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट को साफ और सूखा रखें, ऐसा न करने पर आपको कास्ट लगे क्षेत्र में खुजली की समस्या उत्पन्न हो सकती है | 
  3. नहाने की दौरान सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट को प्लास्टिक थैले की मदद से अच्छे से ढक ले ताकि कास्ट गीला न हो सके | 
  4. सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट के अंदर किसी भी तरह के वस्तु को न रखें | 
  5. कास्ट के अंदर किसी भी नुकीली वस्तु से खुजली करने का प्रयास न करें, ऐसा करने से त्वचा पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है |   
  6. यदि आपके सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट में अजीब तरह की दुर्गंध आ रही है तो तुरंत ही डॉक्टर के पास जाएं, और इस समस्या की जांच करवाएं |  
  7. सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट के किनारों में कठोर कास्ट को न काटे | 
  8. कास्ट को खुद से उतारने और काटने का प्रयास न करें, ऐसा करने से आप खुद हानि पहुंचा सकते है |    

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें और इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप हुन्जुन हॉस्पिटल नामक यूट्यूब चैनल पर विजिट कर सकते है | इस चैनल पर इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो बनाकर पोस्ट की हुई है | 

इस संस्था के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुन्जुन ऑर्थोपेडिक्स में स्पेशलिस्ट है, जो पिछले 22 सालों से पीड़ित मरीज़ों का सटीक तरीकों और स्थायी रूप से इलाज कर रहे है | इसलिए परामर्श एके लिए आज ही हुन्जुन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मनेट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट में दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |

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हुन्जुन हॉस्पिटल नी रिप्लेसमेंट की सर्जरी के द्वारा कर रहा है घुटने से जुड़ी समस्या का सटीक इलाज

हुन्जुन हॉस्पिटल रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के माध्यम से घुटने से जुडी समस्याओं से पीड़ित मरीज़ों का स्थायी रूप से इलाज कर रहा है | इस सर्जरी से न केवल मरीज़ों को घुटने से जुडी समस्याओं से छुटकारा मिल रहा है, बल्कि इस सर्जरी के दौरान मरीज़ को किसी भी दर्द या फिर फिर किसी भी परेशानियों का समाना नहीं करना पड़ता | इसी विषय पर बने एक इंटरव्यू वीडियो में, जो की इस संस्था के यूट्यूब चैनल पर पोस्ट है, एक मरीज ने यह बताया की वह पिछले 3 सालों से घुटने में दर्द की समस्या से गुज़र रहे थे | उन्होंने कई हॉस्पिटल से अपना इलाज करवाये था, लेकिन जो परिणाम इस संस्था से इलाज करवाने के बाद मिला है वैसा परिणाम उन्हें और कहीं से भी प्राप्त नहीं हो पाया है | 

उस मरीज़ ने यह भी बताया की उनके दोनों घुटनो का इलाज भी रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के माध्यम से ही किया गया है | इस सर्जरी के दौरान उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या से गुजरना नहीं पड़ा और उन्हें किसी भी तरह के दर्द का अनुभव नहीं हुआ | इस सर्जरी के बाद मिले परिणाम से वह बहुत खुश है और सभी को यही सलाह देंना चाहते है की यदि कोई भी व्यक्ति घुटने से जुडी किसी भी प्रकार की समस्या से पीड़ित है तो वह अपना इलाज हुन्जुन हॉस्पिटल से ही करवाएं | 

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें और इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप हुन्जुन हॉस्पिटल नामक यूट्यूब चैनल पर भी विजिट कर सकते है | इस चैनल पर आपको  इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो जाएगी | 

इस संस्था के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुन्जुन ऑर्थोपेडिक्स में स्पेसलिस्ट है, जो पिछले 32 सालों से पीड़ित मरीज़ों का स्थायी रूप से इलाज कर उन्हें समस्याओं से छुटकारा दिला रही है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही हुन्जुन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मनेट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट में मौजूद नंबरों से भी संपर्क कर सकते है |

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लंबर दीकम्प्रेशन सर्जरी क्या होती है और इसकी मदद से किन-किन समस्याओं का किया जाता है निदान ?

हुन्जुन हॉस्पिटल के अध्यक्ष और सह-संस्थापक डॉक्टर बलवंत सिंह हुन्जुन ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के माध्यम से यह बताया कि लंबर दीकम्प्रेशन एक ऐसी सर्जरी होती है जिसका उपयोग निचली रीढ़ की हड्डी में संपीड़न नसों के इलाज के लिए निर्वहन में किया जाता है | हालाँकि किसी व्यक्ति के काठ में संपीडन होना एक गंभीर स्थिति होती है, जिसकी वजह से व्यक्ति को असहनीय दर्द और चलने-फिरने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है | जिसके चलते स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा इस समस्या के इलाज के लिए लंबर दीकम्प्रेशन सर्जरी की सलाह की जाती है | आइये जानते है लंबर दीकम्प्रेशन सर्जरी किन-किन समस्याओं का निदान किया जाता है :- 

 

  • साइटिका एक ऐसी समस्या है, जिससे पीड़ित व्यक्ति को रीढ़ हड्डी के निचले हिस्से से होते निचे पैरों तक में तीव्र दर्द और झुनझुनी का अनुभव होने लग जाता है, जो एक या एक से अधिक नसों का प्रभावित कर सकते है | जब साइटिका की स्थिति गंभीर जाती है तब इसका इलाज लंबर दीकम्प्रेशन सर्जरी के माध्यम से किया जाता है |  
  • हर्नियेटेड डिस्क 
  • अपक्षयी डिस्क का होना 
  • रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में किसी नस का दबा होना, जिस कारण दर्द और झुनझुनी उत्पन्न होती है | 
  • स्पाइनल स्टेनोसिस, जिसमे रीढ़ की हड्डी में सिकुड़न की समस्या उत्पन्न हो जाती है | 

 

अब अगर बात करें की यह सर्जरी कितने प्रकार की होती है तो लंबर दीकम्प्रेशन सर्जरी दो प्रकार की होती है पहला है लामाइनक्टोमी और दूसरा है डिस्केक्टॉमी | लामाइनक्टोमी सर्जरी में सर्जन कशेरुका के पिछले भाग को हटा देता है ताकि आपके रीढ़ की हड्डी में किसी भी तरह का दबाव न पड़े | डिस्केक्टॉमी सर्जरी में सर्जन केशुरूका के बीच में मौजूद डिस्क के छोटे- से हिस्से को निकल देता है, ताकि रीढ़ की हड्डी में किसी भी तरह का दबाव न पड़े | 

 

यदि आप भी रीढ़ की हड्डी से जुडी किसी भी प्रकार की समस्या से गुज़र रहे तो इसके इलाज में हुन्जुन हॉस्पिटल आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकता है | इस संस्था के सीनियर कंसल्टंट  डॉक्टर बलवंत सिंह हुन्जुन ऑर्थोपेडिक में स्पेशलिस्ट है, जो इस समस्या को कम करने में आपकी सहायता कर सकते है | इसलिए आज ही हुन्जुन हॉस्पिटल की वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मनेट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से भी संपर्क कर सकते है |   

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप दिए गए लिंक पर क्लिक करें और इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप हुन्जुन हॉस्पिटल नामक यूट्यूब चैनल पर भी जा सकते है | इस चैनल पर इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो जाएगी | 

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हर्निया क्या है और इसके होने के प्रमुख कारण कौन-से है ? जाने एक्सपर्ट से कैसे पाएं हर्निया से निजात

हुन्जुन हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर पियारा सिंह ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो में यह बताया कि मासपेशियां कमज़ोर होने पर व्यक्तियों को कई तरह के मुश्किलों का समाना करना पड़ जाता है जिसमें से एक है हर्निया की समस्या | जब मांसपेशी या फिर ऊतक में छेद कर अंदुरनी अंग बाहर को उभर आता है तो इसे मेडिकल टर्म में हर्निया रोग कहा जाता है | लेकिन घबराएं नहीं, हर्निया का आसानी से इलाज किया जा सकता है, साथ ही जीवनशैली में कुछ बदलाव से भी आप हर्निया जैसी समस्या से निजात पा सकते है | 

 

यदि बात करे की हर्निया क्या होती है तो हर्निया एक ऐसी स्थिति या फिर ऐसी समस्या होती है, जिसमें यह पेट का कोई अंदरूनी अंग जैसे कि पेट में मौजूद मांसपेशी, टिश्यू और छोटी आंत पेट की कमज़ोर त्वचा को छेद कर बाहर को उभार आती है | आइये जानते है इसके मुख्य लक्षण और कारण कौन-कौन से है :- 

हर्निया के प्रमुख लक्षण 

 

  • अचानक से पेट में तीव्र दर्द होना 
  • जी मिचलाना या फिर उल्टी आना 
  • अधिक समय तक खड़े रहने से पेट दर्द होना 
  • वजन उठाने के दौरान पेट में दबाव पड़ने पर दर्द होना 
  • पेट में लाल और जामुनी रंग के सूजन का उभारना 
  • पेट में सूजन आना आदि 

 

हर्निया होने के प्रमुख कारण 

 

  • कब्ज की समस्या हमेशा होना 
  • पेशाब करने के दौरान दर्द का अनुभव होना 
  • खांसी का लगातार होना 
  • वजनदार सामान को उठाना 
  • धूम्रपान और शराब जैसी नशीली पदार्थों का सेवन करना 
  • गर्भवती के दौरान 
  • पेट में किसी कारण से लगी आंतरिक चोट या फिर पूर्व सर्जरी  
  • अनुवांशिक कारणों से 
  • बढ़ती उम्र 
  • समय से पहले बच्चे का जनम होना 

 

यदि आप भी हर्निया की समस्या से गुज़र रहे हे और घरेलू उपचार को अपनाने के बाद भी स्थिति पर किसी भी प्रकार से सुधर नहीं आ रहा है तो, इसके लिए आप हुन्जुन हॉस्पिटल से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर पियारा सिंह जो की एडवांस्ड लप्रोस्कोपिक सर्जन स्पेशलिस्ट है, वह इस समस्या का इलाज कर, इससे छुटकारा दिलाने में आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकते है | इसलिए आज ही हुन्जुन हॉस्पिटल की वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | 

 

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से संपर्क कर करे | इसके अलावा आप हुन्जुन हॉस्पिटल नामक यूट्यूब चैनल पर भी जा सकते हैं | इस चैनल पर इस विषय संबंधित संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो जाएगी |

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घुटनों को बदलने के लिए सर्जरी क्यों करवाई जाती है और इसके मुख्य वजह क्या है ?

घुटने रिप्लेसमेंट सर्जरी तब की जाती है जब किसी व्यक्ति के घुटने में होने वाले दर्द के कारण यह सही तरह से काम बंद कर देता है | घुटने की रिप्लेसमेंट का सबसे पहला कारण यह भी है की आपके आरए में दर्द हमेशा रहता है | जिसकी वजह यह दर्द आपके काम करने या फिर चलने फिरने के गतिविधियों को काफी सीमित कर देता है और साथ ही रात में आराम करते समय यह दर्द काफी बढ़ जाता है | दूसरा कारण है ऑस्टियोओर्थोरिटेस, इस समस्या के कारण भी घुटने रिप्लेसमेंट सर्जरी की ज़रुरत पड़ जाती है |

 

हुन्जुन हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुन्जुन ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो में यह बताया की जोड़ो की बीमरी से छुटकारा पाने के लिए घुटने रिप्लेसमेंट सर्जरी करवाना एक आखरी पड़ाव होता है, क्योंकि कई मामलों में घुटनो का दर्द इस हद तक बढ़ जाते है, जिससे पीड़ित व्यक्ति को अपने रोज़मर्रा जीवनशैली में काफी दिक्कतों का सामना कर पड़ जाता है | 

 

अगर बात करें की क्यों पड़ती है घुटने रिप्लेसमेंट की सर्जरी तो यह सर्जरी की प्रक्रिया तब की जाती है जब घुटने के जोड़ें एक बिन्दु तक पहुंच जाती है और नॉन-ऑपरेटिव इलाज के बाद भी घुटनो के दर्द पर किसी भी प्रकार का सुधर नहीं आ रहा होता है | इसी वजह से घुटने रिप्लेसमेंट सर्जरी से घुटने बदलने की प्रक्रिया को किया जाता है |  

 

यदि घुटने का सिर्फ एक ही हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है तो सर्जन द्वारा इस सर्जरी के माध्यम से उस क्षतिग्रस्त हुए हिस्से को बदल दिया जाता  है | यदि पूरे जोड़ो को बदलने की आवशयता होती है तो थाईबॉन और शिनबॉन के सिरों को नया आकर देकर पूरे जोड़ों को फिर से सतह को लाया जाता है | जिनमे हड्डियां बाहर से सख्त नालियां की होती और लेकिन अंदर से नरम केंद्र होती है | इस सर्जरी के दौरान कृत्रिम भागों के सिरों को हड्डियों के नरम स्थानों के बीच वाले हिस्सों में डाला जाता है | 

 

यदि आप भी घुटनो के दर्द से गुज़र रहे है और नॉन-ऑपरेटिव इलाज करवाने के बाद भी स्थिति पर किसी भी प्रकार का सुधर नहीं आ रहा है तो इसके लिए आप हुन्जुन हॉस्पिटल से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के पास ऑर्थोपेडिक्स में स्पेशलिस्ट बेहतरीन डॉक्टर्स की टीम है, जो इस समस्या से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकते है | 

 

इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए आप दिए गए लिंक पर क्लिक कर इस वीडियो को पूरा देखें या फिर आप हुन्जुन हॉस्पिटल नामक यूट्यूब चैनल पर विजिट भी कर सकते है |इस चैनल पर इस विषय संबंधित संपूर्ण जानकारी पर वीडियो पोस्ट की हुई है | 

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मानसिक रोग और डिप्रेशन की समस्या से कैसे पाएं छुटकारा ? जाने एक्सपर्ट्स से क्या है उनकी राय

स्ट्रेस और तनाव जैसी परेशानी से आज के समय में हर व्यक्ति गुजर रहा है | यह एक तरह का मानसिक से संबंधित रोग होता है | तनाव के कारण व्यक्ति में  अनेक तरह के मनोविकार उत्पन्न हो जाते है, जिसकी वजह से वह हमेशा अशांत और अस्थिर  रहने लगते है | तनाव से पीड़ित व्यक्ति का मन कभी भी किसी काम में एकाग्र नहीं हो पता, जिसे उसके कार्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है | 

 

हुन्जुन हॉस्पिटल के सीनियर डॉक्टर तरलोचन सिंह ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के द्वारा इस बात का जाहिर किया की आज के समय में हर शख्स मानसिक रोग और डिप्रेशन की समस्या से पीड़ित है और इसका दर दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है | वैसे तो थोड़े मात्रा में तनाव और स्ट्रेस हमारे जीवन का हिस्सा होता है लेकिन जब यह अधिक हो जाये और अनियंत्रित होने लगे तो यह हमारे मस्तिष्क पर काफी बुरा प्रभाव डाल सकता है जिस वजह से अवसाद और मानसिक रोग जैसी  समस्या उत्पन्न हो जाती है |  

 

डिप्रेशन होने के कई कारण हो सकते है, जिनके बारे में विस्तारपूर्वक जानना बेहद ज़रूरी होता है, क्योंकि अगर आपको  इस समस्या के होने कारण का पहले ही पता रहेगा, तो आप इस समस्या का जल्द से जल्द इलाज छुटकारा पा सकेंगे  | इसके लिए आपको अच्छे चिकित्सक के पास जाकर इस समस्या का अच्छे से निरिक्षण करवाना चाहिए | आइये जानते है इसके मुख्य लक्षण कौन से है  :- 

 

  • डिप्रेशन से पीड़ित व्यकति हमेशा उदास रहता है 
  • मरीज़ स्वयं से उलझन और हारा हुआ महसूस करता है 
  • आत्मविश्वास की कमी हो जाती है 
  • किसी भी काम में मन नहीं लगता 
  • मरीज़ को अंदर ही अंदर बेचैन जैसा प्रतीत होता है 
  • मरीज़ को हर समय बुरा होने की आशंका रहती है 
  • मन में हमेशा किसी द्वारा हानि पहुंचाने का डर रहता है 
  • मरीज़ हमेशा चिड़चिड़ा रहता है और किसि से बात नहीं करता 

और भी ऐसे कई लक्षण है जिससे अवसाद की समस्या हो सकती है | 

 

डॉक्टर तरलोचन सिंह ने बताया की इस समस्या से बचाव के लिए मरीज़ को भरपूर पानी का सेवन करना चाहिए, सतुलित भोजन का सेवन करे, कम से कम चिंता और तनाव ले, शरीरक रूप के साथ-साथ मानसिक रूप से भी खुद को आराम दे, धूम्रपानं और शराब जैसी नशीली पदार्थ का सेवन न करे, ज्यादा से ज्यादा समय अपने परिवार के साथ बिताये आदि तरीके से आप डिप्रेशन और मानसिक रोग से मुक्ति पा सकते है | 

 

यदि ऐसा करने से भी स्थिति में कोई सुधार नहीं आ रहा तो बेहतर है कि आप किसी अच्छे चिकित्सक के पास जाकर इस समस्या का अच्छे से इलाज करवाए | इसके लिए आप हुन्जुन हॉस्पिटल से परामर्श भी कर सकते है, यहाँ के डॉक्टर तरलोचन सिंह साइकोलॉजिस्ट में एक्सपर्ट है और इन्हे 12 वर्षो का तज़र्बा है |

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कुर्सी में लगातार बैठने से आ गया है कमर और पीठ में दर्द, जानिए जिससे तुरंत मिले आराम

ज्यादा देर बैठने से जब हैमस्ट्रिंग पीठ को पूरे दिन ठीक से नहीं खींच पाता जिसकी वजह से धीरे-धीरे हमारे बैठने, उठने और चलने की प्रक्रिया में  काफी बुरा प्रभाव पड़ने लगता  है | इससे  हमारे मानसिक रूप पर भी काफी बुरा असर पड़ता और मूड स्विंग जैसे स्थिति उत्पन्न हो जाती है |

वर्क लोड होने के कारण कई लोगो को काफी समय तक कुर्सी में बैठकर कंप्यूटर में काम करना पड़ता है | जिसकी वजह से कमर, कंधे, गर्दन और पीठ में तीव्र पीड़ा उत्पन हो जाती है | कई लोगो को वजन बढ़ने या फिर पॉस्चर बिगड़ने से भी कमर और पीठ में दर्द जैसे समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है | |इस समस्या को कम करने के लिए बताए गए एक्सरसाइज का उपयोग कर सकते है |

पहली एक्सरसाइज :- इस एक्सरसाइज के अभ्यास के लिए पहले आप कुर्सी पर आगे के हिस्से में किनारे पर बैठ जाएं, फिर पीठ सीधी करके एकदम तनकर बैठें। अब सामने की तरफ देखते हुए अपने पैरों को मोड़ें और धीरे-धीरे पेट के पास ले आएं।

दूसरी एक्सरसाइज :- इस एक्सरसाइज में चेस्ट को स्ट्रेच करते हुए पैरों की तरफ ऊपर को उठाएं, फिर पैरों को हवा में रखकर 1-5 तक की गिनती करें।जिन लोगों को यह एक्सरसाइज ऐसे करने में असुविधा महसूस हो वह अभ्यास के समय कुर्सी पर पीठ टिकाकर एक्सरसाइज कर सकते हैं।

अगर इसके बावजूद भी कोई सुधार नहीं आ रहा तोह बेहतर यही है की आप एक्सपर्ट्स से राय ले | अगर इस समस्या का सही इलाज करवाना चाहते हो तो आप हुन्जुन हॉस्पिटल का चयन का सकते है | इस संस्था के पास ओर्थपेडीक एक्सपर्ट्स डॉक्टर्स की बेहतरीन टीम है |

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घुटने में दर्द का कारण, लक्षण और घरेलु इलाज

घुटने का दर्द जो असहनीय होता है और लोगों के लिए काफी मुश्किल भी खड़ी करता है, इसके अलावा घुटने का दर्द व्यक्ति को चलने में असमर्थ बना देता है इसलिए इसमें सामान्य सा भी दर्द हो तो इसे नज़रअंदाज़ न करके कैसे हम इस तरह के दर्द से खुद का बचाव कर सकते है, वो भी घरेलू उपाय की मदद से। तो आप भी अगर घुटने में दर्द की समस्या से परेशान है तो आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें ;

क्या है घुटने का दर्द ?

  • घुटने के दर्द की बात करें तो इससे बुजुर्ग वर्ग ज्यादा परेशान रहते है तो वही कुछ मामले घुटनो में दर्द के युवाओं में भी देखने को मिल रहें है वो भी उनके बढ़ते वजन की वजह से।
  • अक्सर हमारे द्वारा दौड़ते, खेलते, यात्रा करते, सीढ़ियां चढ़ते या दैनिक जीवन के कामों को करते समय घुटने में सामान्य या गहरी चोट लग जाती है जिसके कारण घुटने में दर्द होता है। 
  • वही अगर आपको घुटने में चोट लग गई है तो इससे बचाव के लिए आपको समय पर ही कुछ घरेलू उपायों को अपना लेना चाहिए।

यदि गहरी चोट की वजह से आपके घुटने में भी दर्द की समस्या बनी रहती है तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट ऑर्थोपेडिक सर्जन का चयन करना चाहिए। 

घुटने में दर्द के कारण क्या है ?

  • घुटने में दर्द के प्रमुख कारण की बात करें तो ये घुटने में लगे गंभीर चोट की वजह से होता है। 
  • वही घुटने में चोट की वजह से हड्डियों, उपास्थि, लिगामेंट्स, टेंडन और तरल पदार्थ की थैली या बर्से को गंभीर नुकसान हो सकता है।

घुटने में दर्द से बचाव के लिए घरेलु उपाय ?

  • घुटने में दर्द से बचाव के लिए आपको राइस ट्रीटमेंट जिसे पैरों को कुछ समय आराम देने के नाम से भी जाना जाता है ऐसे में जब आप अपने पैरों को आराम देते है तो आपको सामान्य सी चोट लगी होगी तो वो आसानी से ठीक हो जाती है। 
  • इसके अलावा आप कुछ खाने की चीजों पर ध्यान देकर भी इस तरह की समस्या से खुद का बचाव आसानी से कर सकते है, तो खाने की चीजों के बारे में बात करें तो वो है – दूध, हल्दी, अदरक, लहसुन, लाल मिर्च, मेथी दाना, सेंधा नमक, निम्बू, सरसो का तेल, सेब का सिरका, जैतून का तेल, नारियल का तेल, गर्म व ठंडी सिकाई, पुदीना का तेल, लोबान तेल। 
  • इसके साथ ही, आप विटामिन-सी और विटामिन-डी से भरपूर खाद्य पदार्थों को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते है।

अगर आपका घुटने का दर्द इन उपायों से भी ठीक नहीं हो रहा है तो इसके लिए आप घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी का चयन करें पर डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

घुटने में दर्द के लक्षण क्या है ?

  • इसके लक्षणों की बात करें तो इसमें आपको घुटने को मोड़ने में परेशानी आ सकती है।  
  • घुटने के आसपास आपको सूजन का एहसास हो सकता है। 
  • पैरों को हिलाते समय घुटने से हड्डी टकराने की आवाज भी आ सकती है।

घुटने में दर्द से बचाव के लिए बेस्ट हॉस्पिटल ?

अगर आप भी घुटने में दर्द की समस्या से बहुत ज्यादा परेशान है और ये परेशानी उपरोक्त घरेलु उपायों से भी न संभले तो इसके लिए आपको हुंजन हॉस्पिटल से घुटने की सर्जरी का चयन कर लेना चाहिए। पर ध्यान रहें घुटने में दर्द की समस्या को ज्यादा गंभीर न होने दे।  

निष्कर्ष :

घुटने में दर्द की समस्या जोकि व्यक्ति को चलने में असमर्थ बनाता है, इसलिए जरूरी है की इसके दर्द से बचाव के लिए आपको अपने खान-पान का खास ध्यान रखना चाहिए और किसी भी तरह की समस्या आने पर डॉक्टर का चयन जरूर करें।

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दोनों घुटनों की एक साथ रिप्लेसमेंट सर्जरी से पहले किन बातों का रखें ध्यान !

लोगों के लिए काफी मददगार है घुटने की सर्जरी क्युकि इस सर्जरी की मदद से लोग अपने पैरों पर चलने में सक्षम हो पाते है। वहीं कुछ लोगों का ये सवाल सामने आया है घुटने की सर्जरी को लेकर की क्या हम दोनों घुटने की एक साथ सर्जरी करवा सकते है और दोनों घुटने की सर्जरी को एक साथ करने से हमें इसका कोई नुकसान तो नहीं देखना पड़ेगा। वहीं आज के लेख में हम घुटने की सर्जरी के क्या फायदे है इसके बारे में बात करेंगे ;

क्या है घुटने की सर्जरी ?

  • घुटने की सर्जरी का चयन अकसर वो लोग करते है जिन्हें घुटने में दर्द की समस्या हो या जो चलने में असमर्थ हो। 
  • अगर घुटने में दर्द की समस्या से आप भी परेशान है तो इससे बचव के लिए आपको घुटना बदलने की सर्जरी का चयन करना चाहिए। 

क्या दोनों घुटने को एक साथ बदलवाना सही है ?

  • दोनों घुटने को एक साथ बदलवाने की वजह से आपके शरीर पर बहुत अधिक तनाव और दबाव पड़ सकता है। वहीं डॉक्टर की बात करें तो वो इस सर्जरी को करवाने की सलाह सिर्फ उन्हें ही देते है जो इस सर्जरी के दबाव और अन्य जटिलताओं को संभाल सके;
  • तो वहीं एक साथ दोनों घुटने को बदलने की सलाह डॉक्टर आपको तभी दे सकते है जब आप युवा है, सक्रिय है और आपकी मांसपेशियों की ताकत अच्छी है।
  • आप शारीरिक रूप से स्वस्थ है और आपका समग्र स्वास्थ्य अच्छा है।
  • आपके हृदय और फेफड़ों से संबंधित कोई अंतर्निहित चिकित्सीय समस्या नहीं है, तो एक साथ दोनों घुटने को बदलवाने की सलाह आपके डॉक्टर आपको दे सकते है।

अगर घुटने का दर्द आपके कमर तक पहुंच गया है तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट स्पाइन सर्जन का चयन करना चाहिए।

दोनों घुटने को बदलवाने की सर्जरी काम कैसे करती है ?

  • यह सर्जरी दो तरीके से काम करती है, जैसे- पहला है चरणबद्ध द्विपक्षीय घुटने का प्रतिस्थापन, बता दे आपको की इस पहली सर्जरी में आपके दोनों घुटनों को दो अलग-अलग सर्जरी में, या बीच में कुछ महीनों का अंतर रखते हुए, एक-एक करके बदल दिया जाता है।
  • वहीं जब एक साथ द्विपक्षीय घुटने का प्रतिस्थापन, किया जाता है तो इसमें एक ही सर्जरी के दौरान दोनों घुटनों को बदल दिया जाता है।

एक ही समय में दोनों घुटने को बदलवाने की सर्जरी के क्या है फायदे और नुकसान ?

  • इस सर्जरी के फायदे की बात करें तो इसमें आपकी दोनों घुटनों की रिप्लेसमेंट सर्जरी एक ही प्रक्रिया में होती है।
  • आपको कम से कम समय की छुट्टी की आवश्यकता हो सकती है।
  • घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद ठीक होने का समय दोनों घुटनों के लिए एक ही होता है। 
  • आप एक ही सर्जरी से कम लागत का लाभ भी उठा सकते है। 

वहीं इस सर्जरी से दोष की बात करें तो द्विपक्षीय कुल घुटने आर्थ्रोप्लास्टी के लिए लंबे समय तक एनेस्थीसिया की आवश्यकता होती है। 

  • इसमें एकल घुटना प्रतिस्थापन प्रक्रियाओं की तुलना में अधिक रक्त हानि शामिल है। 
  • सर्जरी के बाद रक्त के थक्के बनने का खतरा बढ़ जाता है।
  • एक साथ द्विपक्षीय कुल घुटने के प्रतिस्थापन में जटिलताएँ अधिक होती है।
  • आपको अपनी पुनर्प्राप्ति अवधि के दौरान अधिक सहायता की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि दोनों घुटने ठीक हो रहे है और आंशिक समर्थन के लिए कोई पैर नहीं है।
  • यह सभी के लिए उपयुक्त नहीं है. उच्च जोखिम वाली चिकित्सा स्थितियों वाले लोगों को इस प्रकार की सर्जरी से खुद का बचाव करना चाहिए।

सुझाव :

अगर आप घुटने में दर्द की समस्या से बहुत ज्यादा परेशान है तो इससे बचाव के लिए आपको हुंजन हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए अपने घुटने की सर्जरी के लिए। 

निष्कर्ष :

एक साथ दोनों घुटने की सर्जरी को करवाना सही है या गलत इसके बारे में जानने के लिए आपको उपरोक्त बातो का खास ध्यान रखना है और साथ ही किसी भी तरह की जल्दबाजी में आकर इस सर्जरी का चयन आपको नहीं करना चाहिए।

 

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घुटने में दर्द के क्या है, कारण, लक्षण और घरेलु इलाज ?

घुटने का दर्द किसी भी उम्र में हो हमेशा व्यक्ति के लिए परेशानी ही खड़ी करता है, इसके अलावा अगर ये दर्द बजुर्ग लोगों में हो जाए तो ऐसा जान पड़ता है की जैसे उन पर पहाड़ ही गिर पड़ा हो क्युकी घुटने का दर्द होता ही ऐसे है। वहीं घुटने में दर्द की समस्या से हर 10 में से 7 व्यक्ति ग्रस्त रहते है, लेकिन आज के लेख में हम इस दर्द से कैसे खुद को बाहर निकाल सकते है वो घरेलु उपाय की मदद से इसके बारे में चर्चा करेंगे ;

क्या है घुटने में दर्द की समस्या ?

  • घुटने का दर्द एक आम शिकायत है जो सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करती है। गंभीर घुटने का दर्द चोटों का कारण हो सकता है जैसे टूटे हुए स्नायुबंधन या फटे उपास्थि। कुछ स्वास्थ्य समस्याएं जो आपको गंभीर घुटने का दर्द दे सकती है, जैसे गठिया, या गठिया का संक्रमण। 
  • वहीं घुटने का दर्द शारीरिक गतिविधियों के कारण भी हो सकता है और वो है मोटापा।

घुटने में दर्द के कारण क्या है ?

  • घुटने में दर्द होने का सबसे आम कारण उम्र का बढ़ना, चोट का लगना और अपने घुटनों पर बहुत अधिक तनाव डालना है। 
  • इसके अलावा घुटने की कुछ समस्याओं में मोच या तनावग्रस्त स्नायुबंधन, उपास्थि आँसू और गठिया शामिल है।
  • वहीं चोट के बिना घुटने में दर्द के कुछ सामान्य कारणों की बात करें तो वो है:
  • बर्साइटिस (Bursitis)।
  • टेंडिनिटिस (Tendinitis)।
  • पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस।
  • संधिशोथ आदि।

अगर आप घुटने में दर्द के कारण बहुत ज्यादा परेशान है तो इससे बचाव के लिए आपको घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी का चयन करना चाहिए।

घुटने में दर्द के लक्षण क्या है ?

  • सूजन और जकड़न की समस्या। 
  • स्पर्श करने के दौरान लाली और गर्मी का महसूस होना। 
  • कमजोरी की समस्या। 
  • चटकने की आवाजों का आना। 
  • घुटने को पूरी तरह से सीधा करने में असमर्थता का सामना करना। 
  • लगातार दर्द का होना आदि। 

घुटने में दर्द के इन लक्षणों से अगर आप भी परेशान है तो इससे निजात पाने के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट ऑर्थोपेडिक सर्जन का चयन करना चाहिए।

कौन-से घरेलु उपाय घुटने के दर्द में है सहायक ?

  • घरेलु उपायों की अगर बात करें तो जिन लोगों का वजन अधिक होता है उन्हें घुटने में दर्द होने का खतरा अधिक होता है, इसलिए वजन को कम करें। 
  • इसके अलावा उचित आहार बनाए रखने से घुटने के दर्द को कम करने में मदद मिलेगी। आहार की बात करें तो इसमें आप फल, सब्जियां और फाइबर (उच्च) मांस, पशु वसा, और अन्य कम वसा का सेवन करें जिससे आप घुटने में दर्द की समस्या से जल्द आराम पा सकते है।
  • मालिश करने से भी आप घुटने में दर्द की समस्या से आराम पा सकते है।
  • हीट पैक और कोल्ड पैक भी आपके घुटने में दर्द के लिए काफी आरामदायक माना जाता है।
  • शारीरिक गतिविधि, जैसे व्यायाम जोड़ों को मजबूत बनाने में मदद करता है। उचित व्यायाम करने से आपको घुटने के दर्द से राहत मिलेगा। 
  • रात को सोने से पहले एक गिलास दूध में हल्दी डाल कर पीने से भी आपको घुटने में दर्द की समस्या से आराम मिल सकता है। 
  • सेब का सिरका भी काफी मददगार है घुटने में दर्द की समस्या से निजात दिलवाने में।  

अगर आपको इन घरेलु उपायों से भी घुटने में दर्द की समस्या से आराम न मिले, तो इसके लिए आप हुंजन हॉस्पिटल के अनुभवी डॉक्टरों का चयन जरूर से करें, वहीं इस हॉस्पिटल में घुटने की सर्जरी या घुटना को बदलकर नए घुटने लगाए जाते है जिससे मरीज़ को अपने दर्द की समस्या से आराम मिलता है।