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जोड़ो के दर्द के इलाज के लिए पीआरपी इंजेक्शन लगवाने के क्या है फायदे ?

एक व्यक्ति को जोड़ों में दर्द कई कारणों से उत्पन्न हो सकता है, जैसे की  अत्यधिक उपयोग करने से,किसी भी कारण वर्ष लगी गंभीर चोट या फिर गठिया की वजह से आदि | चाहे यह जोड़ों में होने वाला दर्द हल्का हो या फिर गंभीर, हर तरह से यह दर्द आपके रोज़मर्रा कामों में बाधा बन सकता है और आपके प्रतिक्रियाओं को भी सिमित कर सकता है | आइये जानते है जोड़ों में दर्द होने के मुख्य कारण क्या है :- 

जोड़ो में दर्द होने के मुख्य कारण :- 

 

  • आथ्रॉइटिस, जिसे गठिया भी कहा जाता है | 
  • खेल के दौरान चोट का लगना  
  • बर्साइटिस :- बार्स में उत्पन्न एक दर्दनाक सूजन होती है, यह तरल पदार्थ से भरी एक थैली होती है, जो ऊतकों के बीच घर्षण को कम करने का कार्य करती है |  
  • टेंडोनाइटिस :- टेंडन में उत्पन्न एक सूजन होती है, जो शरीर में मौजूद किसी भी टेंडन में हो सकता है | 
  • जोड़ों का अत्यधिक उपयोग करने से 
  • गाउट :- यह गठिया का एक प्रकार होता है, जब शरीर में अत्यधिक यूरिक एसिड जमा होने लग जाता है, तो इसे जोड़ों में सूजन आ जाती है |    

 

गठिया एक स्थिति है जिसमें यह आपके जोड़ों को सहारा देने वाले ऊतकों को नुक्सान पहुंचने का कार्य करते है, जिससे हड्डिया आपस में रगड़कर घर्षण और दर्द को उत्पन्न करती है | जिससे आपके जोड़ों में सूजन भी पैदा हो सकता है | लेकिन घबराएं नहीं, आज के दौर में विज्ञान ने इतनी उन्नत हासिल कर ली है और ऐसे लेटेस्ट उपकरणों और तकनीक को लांच किया है, जिसके जरिये शरीर के जोड़ो से जुडी कई तरह की समस्या का सटीकता से इलाज किया जा सकता है, उन्ही में से एक है पीआरपी इंजेक्शन | पीआरपी इंजेक्शन जोड़ों से संबंधित समस्याओं से पीड़त मरीज़ों के लिए एक आशाजनक रास्ता प्रदान करता है, जिसके माध्यम से जोड़ों में उत्पन्न दर्द का आसानी से इलाज किया जा सकता है | आइये जानते है पीआरपी इंजेक्शन के बारे में और इससे कौन-कौन फायदे प्राप्त हो सकते है :- 

 

पीआरपी इंजेक्शन क्या है ? 

 

जोड़ों के दर्द के लिए पीआरपी इंजेक्शन, प्लेटलेट रिच प्लाज़्मा का उपचार है | जिसमें मरीज़ के खून में से प्लेटलेट को अलग करके एक गाढ़ा गोल बनाया जाता है, फिर इस गोल को दर्द हो रहे हिस्से में इंजेक्शन के जरिये इंजेक्ट कर दिया जाता है | पीआरपी इंजेक्शन की मदद से जोड़ो के दर्द से काफी राहत पाया जा सकता है और यह कार्य में सुधर लाने में भी मदद  करता है | यह उपचार गठिया, कूल्हे, घुटने और कंधे के दर्द के लिए बेहद फायदेमंद होते है | आइये जानते है पीआरपी इंजेक्शन को लगवाने से कौन-कौन से लाभ प्राप्त हो सकते है :- 

 

पीआरपी इंजेक्शन लगवाने से कौन-कौन से लाभ प्राप्त हो सकते है ? 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन से जोड़ों में उत्पन्न सूजन, दर्द और अकड़न को कम किया जा सकता है | 

 

  • इससे जोड़ों में मौजूद चिकनाई को बढ़ावा मिलता है और जोड़ों से काम करना भी काफी बेहतर हो जाता है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन क्षतिग्रस्त हुए ऊतकों के पुनर्निर्माण करने में मदद करता है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन असर बड़ी तीव्रता से करता है और शरीर में प्राकृतिक तरीके से कोशियों को विकसित करता है |
  • पीआरपी इंजेक्शन में प्लेटलेट्स मौजूद होते है, जो रक्त में थक्के को बनाने का काम करता है और कोशिका प्रजनन को बढ़ाता है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन के उपयोग से कठोर दवाओं का सेवन और ओपिओइड का प्रयोग कम हो जाता है | 

पीआरपी इंजेक्शन से जुड़े कुछ ज़रूरी बातें 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन में मरीज़ के खून का प्रयोग किया जाता है, इसलिए इससे किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव या फिर अस्वीकृत होने का कोई भी खतरा नहीं होता | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन से जोड़ों के दर्द से आराम मिलने के साथ-साथ इससे उपास्थि भी मरम्मत हो जाती है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन को लगाने के कुछ ही दिनों बाद जोड़ो का दर्द काफी हद तक काम हो जाता है और इससे गतिविधियां फिर से शुरू की जा सकती है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन के पूरा उपचार की प्रक्रिया कम से कम तीन से छह महीना तक चल सकता है |

 

  • पीआरपी इंजेक्शन से पड़ने वाला सबसे आम दुष्प्रभाव है, इंजेक्शन वाले जगह पर दर्द और सूजन होना, जो आमतौर पर कुछ ही दिनों में चला जाता है |   

 

यदि आप में से कोई भी व्यक्ति जोड़ों में हो रहे दर्द की समस्या से पीड़ित है पर स्थायी रूप से अपना इलाज करवाना चाहता है तो इसमें हुंजन हॉस्पिटल आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकता है | इस संस्था में मौजूद प्रत्येक डॉक्टर पंजाब के बेहतरीन ऑर्थोपेडिक्स में से एक है, जो पिछले 32 वर्षो से जोड़ो से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित मरीज़ों का सटीकता से इलाज कर रहे है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही हुंजन हॉस्पिटल की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |

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हड्डियां और मांसपेशियों के कमज़ोर होने के मुख्य कारण क्या है ?

किस भी व्यक्ति के लिए पूरे जीवन में समग्र स्वास्थ्य और गतिशीलता बनाये रखने के लिए मजबूत हड्डियां और मांसपेशियों का होना अनिवार्य होता है | हालांकि, विभिन्न कारक इन महत्वपूर्ण संरचनायों को कमज़ोर करने में योगदान देती है | आइये जानते है हड्डियां और मांसपेशियों के कमज़ोर होने के मुख्य कारण कौन-से है :- 

हड्डियां के कमज़ोर होने के मुख्य कारण 

 

  • उम्र का बढ़ना :- हड्डियां कमज़ोर होने के सबसे आम कारण है बढ़ती उम्र | जैसे-जैसे लोगों की उम्र बढ़ने लग जाती है, उनकी हड्डियों में घनत्व कम होने लग जाता है | जिससे ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जो विशेष रूप से हड्डियों को कमज़ोर करने काम करते है, जिसके परिणामस्वरूप हड्डियों में फ्रैक्चर होने का जोखिम कारक बढ़ जाता है | 

 

  • पोषण की कमी होना :- आज के दौर में लोगों के खानपान में इतने बदलाव आ गए है कि उन्हें पूर्ण रूप से पोषण प्राप्त नहीं हो पता | हड्डियों से जुड़ी स्वास्थ्य में अपनी भूमिका निभाने वाले पोषक तत्व कैल्शियम और विटामिन डी का पर्याप्त रूप से सेवन करना बेहद ज़रूरी होता है | इन पोषण तत्वों की कमी होने पर शरीर के हड्डियां कमज़ोर हो सकती है | 

 

  • हार्मोनल परिवर्तन होना :- शरीर में मौजूद हार्मोन्स हड्डियां को प्रभावित कर सकते है | महिलाओं में रजोनिवृत्ति के दौरान हुए एस्ट्रोजन के स्तर पर गिरावट, हड्डियों को तेज़ी से नुक्सान पहुंचने का कार्य करते है और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने पर ये हड्डियों के घन्तव की कमी होने कारण बन सकते है | 

 

  • शारीरिक प्रतिक्रिया :- मांसपेशियों को मजबूत करने वाली गतिविधियां, एक गतिहीन जीवनशैली के कारण हड्डियां को कमज़ोर कर सकती है | इसलिए हड्डियों को मज़बूत बनाने के लिए प्रतिदिन व्यायाम करना ज़रूरी होता है |    

 

  • दवाएं के सेवन से :- कुछ दवाओं ऐसे भी होती है, जिसका लम्बे समय तक सेवन करने से हड्डियां कमज़ोर होने लग जाती है, क्योंकि यह दवाएं कैल्शियम अवशोषण और हड्डी के पुनर्निर्माणित में खलल बनने का काम करती है | 

 

  • धूम्रपान और शराब जैसी नशीली पदार्थों का सेवन करना :- धूम्रपान और अनियमित रूप से शराब जैसी नशीली पदार्थों का सेवन करने से हड्डियां कमज़ोर हो सकती है | 

 

मांसपेशियों के कमज़ोर होने के मुख्य कारण 

 

  • उम्र के साथ शरीर में मौजूद मांसपेशियों का कमज़ोर होना स्वाभाविक है, इस स्थिति को सरकोपेनिया के रूप से भी जाना जाता है | 
  • न्यूनतम शारीरिक गतिविधि के साथ-साथ एक गतिहीन जीवनशैली मांसपेशी को कमज़ोर कर सकती है | 
  • शरीर में लगी गंभीर चोट की वजह से मांसपेशियां कमज़ोर हो सकती है, जैसे की फ्रैक्चर या फिर संयुक्त अव्ययस्था, जो अनुप्रोयोजित शोष का कारण बनती है |   
  • कुछ न्यूरोलॉजिकल स्थितियां होती है, जो मांसपेशियों को कमज़ोर करने का कार्य करती है | 
  • कुछ गंभीर बीमारियों की वजह से उत्पन्न स्थितियों के कारण भी मासपेशियां कमज़ोर होने लग जाती है |    

हड्डियां और मांसपेशिओं को कमज़ोर होने से ऐसे रोकें ?   

 

संपूर्ण स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए और जटिलताओं को रोकने के लिए हड्डियों और मांसपेशियों को कमज़ोर होने से रोकना बेहद महत्वपूर्ण होता है | कुछ रणनीतियां है, जिसके माध्यम से आप हड्डियां और मांसपेशिओं को कमज़ोर होने से रोक सकते है, जिमें शामिल है :- 

 

  • हड्डियों और मांसपेशियों के स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए कैल्शियम, विटामिन डी और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर भोजन आहार को अपनी डाइट में शामिल करें | जैसे की दूध से बने उत्पाद और अन्य हरी सब्ज़ियां आदि | 

 

  • नियमित रूप से व्यायाम करने से आप हड्डियां और मांसपेशियों को मज़बूत बना सकते है, जैसे की पैदल चलना, जॉगिंग करना आदि | 

 

  • धूम्रपान और शराब जैसी नशीली पदार्थों का सेवन बिलकुल न करें |  

 

यदि आप में कोई भी व्यक्ति ऐसी ही किसी परेशानी से जूझ रहे है और इलाज करवाना चाहते है तो इसमें हुंजन हॉस्पिटल आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुंजन ऑर्थोपेडिक्स में स्पेशलिस्ट है, जो इस समस्या का इलाज कर, इससे छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकते है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही हुंजन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |

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विटामिन से कमी होने से आंखों की रौशनी के कमी के साथ-साथ हड्डियों में भी होने लगता है दर्द, ऐसे बढ़ाएं इन्टेक

विटामिन बी12 शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण पौष्टिक तत्व होता है, जो हड्डियों से लेकर ब्रेन और इम्यून सीसैटेम के लिए बेहद  ज़रूरी तत्व माना जाता है | इसलिए जब शरीर में विटामिन बी12 की कमी हो जाती है तो इससे ऑर्गन्स और इन सिस्टम्स पर बहुत हो बुरा असर पड़ता है | हुंजन हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुंजन ने यह बताया की आमतौर पर यह देखा गया है की शरीर और स्वाथ्य के लिए ज़रूरी होने के बावजूद भी लोगों में विटामिन बी12 की कमी होने मामले  सबसे अधिक पाए जाते है | इस आंकड़े यह पता चलता है की लोगों को विटामिन बी12 के सही खुराक के बारे में अभी तक सही जानकारी प्राप्त नहीं हुई है | आइये जानते है विटामिन बी12 की कमी होने के मुख्य लक्षण क्या है :-   

विटामिन बी12 की कमी होने के मुख्य लक्षण 

 

  • एनीमिया और कमज़ोरी होना :- विटामिन बी12 शरीर में रक्त कणिकाओं और प्लेटलेट्स बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को निभाने का काम करती है | इसलिए जब शरीर में विटामिन बी12 की कमी हो जाती है तो इससे प्लेटलेट्स की संख्या में कमी आने लग जाती है, जो एनीमिया जैसी स्थिति को उत्पन्न करने का कार्य करता है | 

 

  • कमज़ोर हड्डियां :- शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने से हड्डियां कमज़ोर होने लग जाती है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या उत्पन्न होने का जिखिक कारक बढ़ जाता है | 

 

  • आंखों की रौशनी का कमज़ोर होना :- जब शरीर में विटामिन बी12 कमी हो जाती है तो इससे ऑप्टिक नर्व को भी काफी नुक्सान पहुंचने लग जाता है | जिस वजह से आंखों की दृष्टि में धुँधलापन आ जाता है और साफ-साफ़ देखने में काफी परेशानी होती है |  

 

  • त्वचा से जुड़ी समस्या का उत्पन्न होना :- शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने के कारण त्वचा से जुड़ी कई तरह की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जैसे की ड्राई स्किन, हाइपरपिगमेंटेशन, विटिलिगो और स्किन में बार-बार खुजली महसूस होना आदि शामिल है |    

 

विटामिन बी12 की कमी होने पर कौन-से भोजन का सेवन करना चाहिए ?      

 

  • सी-फूड्स जैसे की साल्मन मछली 
  • अंडा और पोल्ट्री से बने पदार्थ  
  • चिकन 
  • दूध, दही, चीज़ और पनीर 
  • पालक, चुकंदर और मशरूम आदि 

यदि आप को भी हड्डियों में दर्द और साफ-साफ़ दिखने में परेशानी हो रही है या फिर ऊपर बताये गए किसी भी लक्षण से गुजर रहे है तो इसका मतलब यह है की आपको विटामिन बी12 की कमी हो गयी है | इसलिए समय रहते डॉक्टर के पास जाएं और अपना इलाज करवाएं, क्योंकि इलाज में देरी होने पर यह स्थिति को गंभीर कर सकते है |

 

इलाज के लिए आप हुंजन हॉस्पिटल से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुंजन ऑर्थोपेडिक्स में स्पेशलिस्ट है, जो पिछले 32 वर्षों से ओर्थपेडीक से जुडी समस्या से पीड़ित मरीज़ों का स्थायी रूप से इलाज कर रहे है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही हुंजन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |     

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Ortho doctor guide to healing the bone fracture as quickly as possible

Bone fracture?

By any misfortune, chances when the bone breaks can lead to fracture. The fracture needs to heal properly, and it must be present in the correct position. Most importantly, ensuring it’s protected is essential so that the body stays in a reliable state. In that case, you must visit the best Orthopaedic Hospital in Ludhiana to manage the situation and get the necessary tips to balance your situation.

Let the bone fracture heal properly

The bone fracture needs to stay in the appropriate condition in the right position. After the fracture, the body protects the injured area and forms the blood clot as a protective cover. The fracture gets closed, and the callus begins to absorb itself. Indeed! It depends upon the fracture type and how much time healing will take. Usually, a person needs at least one year. If there’s any confusion, then you better talk to the Orthopaedic Surgeon In Punjab.

3 best therapies to heal bone fracture

Bone healing occurs naturally, and after the treatment, it’s essential that you take the necessary measures so that the body gets to its optimum state on time. There are a few effective therapies that you can consider for the fracture to heal like normal:

     Fracture management

Fracture management requires closed reduction that targets the manipulation or traction of bone alignment. Other than that, immobilization requires using a cast or splint and physical therapy for rehabilitation techniques.

     Physical therapy

Physical therapy to boost overall strength and normal functioning of the body in the problematic area.

     Ultrasound-guided injections

Ultrasound-guided injections are applied on the specific part of the fractured area, like soft tissues or joints in the body.

Ortho doctor tip!

After the bone fracture, being cautious is necessary. So, make sure that you take calcium 1200 to 1500 mg daily and Vitamin D 800 to 1000 IU daily. With this small and effective tip, the bone’s well-being is benefited.

Preventive measures for a bone fracture to heal faster

Regardless of the problem, it’s always essential to consider preventive measures. Doing so helps the body to overcome the problematic state and helps it get back to normal on time. You need to focus on having a healthy and well-balanced diet. There are a few high-calcium foods that should be an important part of your diet:

     Whole grains like quinoa, oats, rye, and brown rice

     A dairy products like milk, egg, and yogurt

     Beans like black beans, chickpeas, and tofu

     Vegetables like spinach, kale, and broccoli

     Nuts and seeds like flaxseed, chia seeds, and almonds

Additional tips for a bone fracture to heal faster

     You should keep yourself active all day alone.

     Incorporate weight-bearing exercises into your regime, like yoga, dancing, golf, hiking, weight training, or tai chi.

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Bone Health orthopaedic orthopaedic doctor

Get detailed supervision about the orthopedic plates for the well-being

Orthopedic bone plates for better well-being

The bone plates are an essential part of the internal fixation of fractures. The plates allow the bone through the required medical tools when somebody has a fracture. If there’s any concern about which types of plates you need, then you better get supervision from the best Orthopaedic Hospital in Ludhiana.

What are the situations that require the use of bone plates

The need for bone plates is necessary in various cases. The Orthopaedic Surgeon In India checks the situation and tells when to get the same:

  • There’s a need to get the alignment restored precisely.
  • The use of screws on their own won’t be appropriate.
  • The need for load sharing needs utmost precision. A bone graft is considered an important choice if that is not possible.

Some of the body parts that won’t require them to an extreme level are:

  • Jaw & face
  • The Pelvis area includes the area around the acetabulum.
  • Around the joints area where it’s difficult for the joint to get the area surfaced suitably & it might not seem everything as even

Tension band requires specific requirements

For the plate to be in a specific state to be like the tension band, there are a few essential specifications that need to be fulfilled are:

  • Make sure the fractured bone is loaded to its area
  • The plate should be placed on the tension side
  • The tensile forces should stand well with the plate
  • It’s essential to have the proper force and compression to make everything seem better

Most common bone plating

The modes of bone plating fall into different categories, and some of the important ones to keep the structural support right are:

  • Compression Mode
  • Neutralization Mode
  • Buttress plate
  • Antiglide Plate
  • Span Plating or Bridge Plating
  • Tension Band

Choosing a plate means you need to be considerate about the shape and size of the bone. Additionally, the anatomical shape keeps everything in a better and balanced state. With every plate, there’s a need for a different screw. Depending on what sort of fracture due to have and where it’s located, take the necessary further steps. Therefore to make an informed choice, it’s essential that you get the supervision of the best ortho doctor. The doctor will even make changes based on the fracture for the right material of the fracture to make the overall bone health better.

Don’t delay and get medical assistance

The doctor’s assistance plays a crucial role in changing the entire situation for the better. If you have a fracture, then you better get medical assistance on time and get everything effectively managed. Make sure that you ask all the questions that come to your mind to make the entire journey go extremely smoothly.

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What can you add to your diet for healthy joints and bones?

As we become older, our joints and bone health become more critical for us to take care of. It might be possible that we are dealing with significant injury and want support for faster recovery. It could also be possible that we are concerned about the probability of osteoporosis or arthritis. This is the reason why We might be seeking ways to stay healthy. Minerals, vitamins, and other supplements can play a significant role in keeping your joints and bones healthy. However, you should make sure that they are part of a very big-picture strategy that includes exercise, diet, And support from an Orthopaedic Surgeon In India. Do not hesitate to talk about this with your doctor, especially if you are thinking of trying a new supplement. There are many medical considerations, including drug interaction, that you need to consider, and you should also remember that not all over-the-counter products are worth it.

What minerals and vitamins are essential for healthy bones?

If you are consuming a nutritious diet, then you will be able to get as many nutrients as you need for healthy bones. However, as we grow older, we can buy calcium tablets online and add them to our diet to help cover all the crucial nutrients. In this blog, we will be talking about all the essential vitamins and minerals for your joint and bone health that you can get from supplements.

  • Calcium

We all know that calcium is one of the most important minerals for the health of your bones. Most of the time, we get calcium from beverages and foods such as yogurt and milk. Am Hoy was with the help of a supplement. You can get more if it is not enough, as many experts have stated that diet is the primary option to get calcium, and calcium supplements may be secondary if your diet falls short. Apart from that, it is important for your body to absorb calcium. And in this, The situation role of other bone health boosters comes in

  • Vitamin D

It helps your body to absorb calcium. Besides that, vitamin D deficiency can also lead to bone loss. We often get vitamin D from our food sources and sunlight. Vitamin D deficiency is a real problem, and you Should not neglect it. Visit your Orthopaedic Hospital in Ludhiana for a quick check-up. Vitamin D problems especially happen for people with dark skin or older adults. In such a situation, your doctor might recommend some supplements that contain 1000 to 2000 IU.

  • Vitamin C

We all know that vitamin C plays a significant role in your immune function. Besides that, it also helps with the formation of the protein collagen. It is a crucial nutrient for bone mineralization. Vitamin C is also an exceptional supplement that you can take daily and does not suffer any side effects.

I hope this might help you to understand the importance of supplements in your diet for healthy bone and joint function. Do come to our hospital and meet our dietitian in Ludhiana before you start any supplements for health purposes.

 

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A Guide On Bone Fracture Diagnosis And Treatment In Orthopedic Hospital

After having an injury, it is impossible to rule out the possibility of having a broken bone without any X-rays. Diagnosing the injury is still very complicated as the broken bones might still function. However, they are going to hurt. The best and safest course of action that you should take is to go to the doctor who will evaluate your serious injuries. This will help you receive a proper bone fracture treatment from the Orthopaedic Surgeon In India. They will help you alleviate the symptoms and position the bone to heal without any complications.

What Are The Common Signs Of Broken Bone?

In case you notice that the injury is tender and also has some bruising or swelling, then there is a good chance that the bone is fractured.

On the other hand, the non-displaced fracture describes the breaks in the bone that do not involve important bone fragment movement from their normal alignment. Typically you will experience a displaced fracture when the broken bone ends move out of their normal positions. There are also some cases where you might notice deformity in the bone.

There is an open wound wherein the bones are actually visible in the compound fracture. In dislocation of bone, there is a change in the natural alignment of the joint, and it can render it immobile.

There are also some cases where the nearby bones break when there is a dislocation in the joint. It also tears the tendons that are around the joints. In such a situation, we highly recommend you to visit Orthopaedic Hospital in Ludhiana for surgery if you need to restore function and mobility.

One of the most severe fractures is a comminuted fracture in which the bones break into many pieces. If this happens, you will experience a slight gravel-like texture beneath the skin, known as crepitus.

Another very severe fracture is intra-articular. It generally happens when the fracture begins at the end of the bone, and it also includes the joint in them. It can further lead to post-traumatic arthritis even if you try to treat the fracture appropriately.

When Should You Go To An Orthopedic Doctor?

Generally, orthopaedic doctors provide facilities for bone fracture treatment, and you can easily visit them by booking an appointment. With the availability of most health insurance, we highly recommend you to go to an individual doctor instead of an emergency room as it is less expensive.

However, in case you notice any deformity in the joint or bone. Or if you have an open wound, immobility, visible bones, paleness of the limb, intense pain or tingling or numbness. Then it would be best if you went to the hospital for emergency care.

 

Having non-displaced fractures often requires immobilization in order to provide them with proper healing. The doctors must reduce the Displaced fractures and return them to their normal positions. This process will help them restore appropriate alignment. If you have Displaced, comminuted, and intra-articular fractures, you might have to undergo surgery and internal fixation services. They conduct this with the help of plates, screws, rods and other fixation devices.

 

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What things to consider when the child breaks or fractures a bone?

Child fracture or bone: What things should you consider?

You must take the necessary step on time when the child breaks or fractures a bone. Most importantly, the child needs to feel better so get the situation addressed on time. In that case, it’s important to visit one of the top-rated Ortho Hospital in Punjab to get your child the finest possible care. There’s a possibility that the surgery won’t be needed all the time. Bear in mind that every child’s situation varies from one another, so it’s essential to make the necessary decision depending on the same.

Important things to consider when a child breaks or fractures a bone

Factor 1: Age

When you visit the Child Bone Specialist In Ludhiana, the doctor will consider your age. This is because the way bone breaks with age varies greatly, and its healing capacity is different. Suppose there’s a fracture in a six years old and 20-year-old adult, then both of them are treated differently. The growth plates are different and might require the body some great amount of time to recover with ease. So, it’s essential to properly check the growth plates depending on the age.

Factor 2: Level of maturity

Bone maturity is different for every child. Some might have advanced bones as compared to their age and vice-versa. So, to make the bone heal the best way possible, it’s important to consider the maturity level. The ortho doctor does analyze if the child is close to puberty. A cast or splint is an appropriate choice if the child breaks his or her arm. The arms need to be aligned to aid the healing process.

Factor 3: Fracture pattern

For every fracture or break, the type of treatment required varies a lot. In case of thigh bone fracture, there’s a possibility of surgical treatment. On the other hand, for a broken wrist chance of surgical intervention are less.

Fracture 4: Choice of equipment

The ortho doctor does give importance to the type of equipment required. As there are several options available, it’s essential to select the one that’s most suitable surgical implants are not a reliable choice for a child fracture. Surgery is for adverse situations or when other things don’t work. There’s a possibility to have specially designed implants, but in rare cases.

Factor 5: Chances of surgery

Surgery comes with risks, and it’s important to get a proper understanding of the same. No doubt, the kids’ bone healing capacity is exceptional, but surgical intervention won’t be the right choice. Stats have shown that only 10% of individuals need surgery. The risks of the surgery are similar to any other normal surgery.

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Ortho doctor guide on, ‘How to boost bone health as you age?’

Bone Health Requires Utmost Care

Bones are one of the essential parts of the body. The bones are the powerhouse for:

  • Vital vitamins
  • Give support to muscles
  • Offer protection to organs

Indeed! The bones do everything, and that’s why you must visit one of the leading Orthopaedic Hospital in Ludhiana to ensure proper care and understand what sort of treatment would make a difference to your overall well-being.

Right from childhood, building strong muscles and bones is essential. And that’s why you mustn’t delay and know all the vital tips for protecting bones. At Hunjan Super Speciality Hospital, we are not just offering the patients ortho care; the name even knows us as Best General Surgery Hospital in Ludhiana.

How to improve your bone health?

Here are some of the essential tips that you should follow to improve your bone health right from childhood to when you age:

Tip 1: Regular and proper intake of calcium

Calcium makes one of the most important parts of healthy bones. For adults, it’s essential to take at least 1000mg of calcium. The average intake of calcium for men and women should be:

  • Men (70 years): 1200mg
  • Women (50 years): 1200 mg

Consuming the necessary amount of calcium is essential to boost bone growth. Apart from milk, some of the good sources of calcium are:

  • Figs
  • Flour tortillas
  • Calcium-fortified food
  • Soybeans
  • Dairy products: Milk, cheese, and yogurt
  • Canned baked beans
  • Many more

Tip 2: Keep your body weight healthy

Being skinny increases the chances of bone loss or fracture. If you are overweight, you should try to get it under normal. Otherwise, the chances of arm fracture and wrist are higher. And that’s why it’s essential to keep the body weight normal.

Tip 3: Follow a proper exercising regime

A healthy workout is suitable for your entire health and maintaining bone density. You must follow proper workout patterns like exercise for at least 30 minutes daily. By doing so, you can get relief from hip and back pain. Moreover, the right impact and intensity of resistance training improve bone structure, density, and strength. The problem of low bone mass can trigger more problems.

Tip 4: Do not take any unwanted substance

Make sure you do not take any unwanted substance as it increases the risk of bone loss. If you want to drink alcohol in winter, it’s essential to keep it in moderation, as excess alcohol affects your entire health. If you are below 65 years old, do not have more than two drinks in a day.

Final word

Do you suspect any problem with your bone health? Well! These are a few tips that you should consider in your daily life to boost bone health when you age. Although, you must take proper medical assistance from the start because the expertise of an ortho doctor makes the entire situation much better.

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Ortho doctor guide: Enlist 5 top ways to take care of knees as you age

Taking care of your knees as you age

The knees are one of the central body parts that have to bear a lot of weight. The knees are why you can get up and perform the daily chores perfectly. However, with old age, you need expertise from one of the Best Ortho Doctor in Punjab to have that extra helping hand for your knee or ortho health.

The knees have different parts like ligaments and cartilage to bones & muscles. Chances are higher of getting them damaged due to injury or natural wear & tear. If it’s getting difficult for you to enjoy your daily life or your body motion is limited, visit one of the leading Orthopaedic Hospital in Ludhiana: Hunjan Super Speciality Hospital.

Ortho doctor tips: 5 ways to protect knee joints as you age

Tip 1: Includes anti-inflammatory food in your diet

Inflammation is the most significant factor that damages the joints. You have to make your diet nutritious to prevent knee problems. Most importantly, limit processed food, sugar, and white flour intake. You have to limit your eggs, dairy, and a diet high in meat. Also, do the following:

  • Include several seasonal and fresh fruits & vegetables in your diet plan.
  • Drink 8 to 10 glasses of water every day
  • Include onion, garlic, leeks, and shallots in your diet.
  • Drink pomegranate juice

If the problem does not solve then visit one of the leading Bone Hospital In Ludhiana to seek best possible care.

Tip 2: Healthy supplements are important

The intake of cod liver oil transforms knee health in a better manner. Cartilage needs prevention from rubbing against each other. Otherwise, the chances of knee replacement are higher. Intake of supplements reduces the risk of inflammation. Some of the at-home and readily available healthy supplements for knees are:

  • Turmeric
  • Tart cherry juice
  • Pineapple

Tip 3: Don’t let your weight put pressure on your knees

Being overweight affects knee health. Additionally, when you walk or stand for a long time, the joints get under excess pressure, and over time, the chances of knee damage are higher. Before the situation leads to the knee joint, you have to take care of your overall well-being. Make sure that you lose weight to take down pressure on the knee joint.

Tip 4: Follow an exercise regime to build muscle

We are not saying you have to put excess pressure on yourself. Even if you follow a moderate exercise regime, your bone health improves. If you are unsure which exercise regime to follow in your daily routine, consult the doctor or your gym instructor. Physical therapy is even a practical choice to transform knee health.

Tip 5: Choose the right and comfortable shoes

No matter what age, you have to wear the right shoes. If your shoes pinch you and you don’t feel comfortable walking in them, better get them changed. Additionally, limit the use of high heels as it leads to knee pain over time.