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Ganglion Cysts – Everything You Need to Know

If you have ever felt an unknown, jellylike growth, it can be a Ganglion Cyst. Although, on the surface it does not actively harm the person however, it can get in the way and start to restrict your movements. If you have an unidentified growth, it is better to confirm it with your health care provider whether or not the development is cancerous. 

What is a Ganglion Cyst?

A Ganglion Cyst is a jellylike sac that can appear to be a bump from the outside. They typically develop in and around a person’s joints and tendons. Ganglion Cyst often only develops around a person’s wrists or their hands. Depending on the positioning of the cyst, it can cause a lot of pain and discomfort. It can also restrict the movement of your wrists or hands. The size of a Ganglion Cyst can range from as small as a pea to a fairly large lump. 

What are the Symptoms of Ganglion Cyst?

There are several symptoms of this cyst that you can keep an eye on; some of them are:

  • The patient will be able to visibly see the lump on their hands or wrists. However, the size of the lump may vary from patient to patient. The cyst can also change its size.
  • The cyst can also cause pain or discomfort to the patient, especially if it is pressing down on your nerves or any tendons nearby.
  • In extreme cases, the cyst can also end up restricting normal movement of your wrists as well as hands. In such a scenario, a person’s daily life activities are severely impacted. 
  • In some cases, the patient might feel an increasing and concerning amount of pins and needles in their arm, hand or wrist area. 

What are the Causes of Ganglion Cysts?

There can be several reasons behind the development of Ganglion Cysts; some of the most common ones are as follows: 

  • If you have been overworking your wrists and tendons, or working through an injury, it could lead to the development of a Ganglion Cyst. 
  • Damaging your joints and tendons by developing arthritis or an extensive injury could also lead to the formation of a cyst. 
  • Genetic factors also extensively impact the probability of developing a cyst. If people in your immediate family have a history of the cyst, it significantly impacts the possibility of developing one. 
  • Young women are more likely to develop a Ganglion Cyst based on the statistical data.
  • Overusing your tendons and joints can also lead to this development. 
  • There are several underlying health conditions and concerns that can lead to the development of the Ganglion Cyst. 

Treatment Options for Ganglion Cyst 

There are several ways in which you can treat a Ganglion Cyst; some of them are mentioned below:

  • If the cyst is small, your doctors might recommend that the patient just wait until it starts bothering you. There are times when the issue resolves on its own, without medical intervention. 
  • You might be recommended the possibility of tying up your hand or arm so you do not aggravate it. 
  • With the procedure of Aspiration, your doctors can effectively ensure that you have a way of draining out your cyst and shrinking its size. In some cases, the cyst might refill itself. 
  • Once you have undergone the aspiration process, your care provider might recommend a corticosteroid injection. This formulation ensures that it can reduce the inflammation and prevent the development of the cyst again. 
  • In extreme cases, surgery is thoroughly recommended. 

Ganglion Cysts are manageable and non-cancerous. However, they can still cause a lot of discomfort and pain. In extreme cases, it can hinder you from actively participating in your own life. With the help of experts at Hunjan Hospital, you can make certain that you are able to seek a diagnosis and undergo an effective treatment procedure. Ensure that you are able to seek the right treatment for Ganglion Cysts with the help of Hunjan Hospital’s experts.

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लंबर दीकम्प्रेशन सर्जरी क्या होती है और इसकी मदद से किन-किन समस्याओं का किया जाता है निदान ?

हुन्जुन हॉस्पिटल के अध्यक्ष और सह-संस्थापक डॉक्टर बलवंत सिंह हुन्जुन ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के माध्यम से यह बताया कि लंबर दीकम्प्रेशन एक ऐसी सर्जरी होती है जिसका उपयोग निचली रीढ़ की हड्डी में संपीड़न नसों के इलाज के लिए निर्वहन में किया जाता है | हालाँकि किसी व्यक्ति के काठ में संपीडन होना एक गंभीर स्थिति होती है, जिसकी वजह से व्यक्ति को असहनीय दर्द और चलने-फिरने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है | जिसके चलते स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा इस समस्या के इलाज के लिए लंबर दीकम्प्रेशन सर्जरी की सलाह की जाती है | आइये जानते है लंबर दीकम्प्रेशन सर्जरी किन-किन समस्याओं का निदान किया जाता है :- 

 

  • साइटिका एक ऐसी समस्या है, जिससे पीड़ित व्यक्ति को रीढ़ हड्डी के निचले हिस्से से होते निचे पैरों तक में तीव्र दर्द और झुनझुनी का अनुभव होने लग जाता है, जो एक या एक से अधिक नसों का प्रभावित कर सकते है | जब साइटिका की स्थिति गंभीर जाती है तब इसका इलाज लंबर दीकम्प्रेशन सर्जरी के माध्यम से किया जाता है |  
  • हर्नियेटेड डिस्क 
  • अपक्षयी डिस्क का होना 
  • रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में किसी नस का दबा होना, जिस कारण दर्द और झुनझुनी उत्पन्न होती है | 
  • स्पाइनल स्टेनोसिस, जिसमे रीढ़ की हड्डी में सिकुड़न की समस्या उत्पन्न हो जाती है | 

 

अब अगर बात करें की यह सर्जरी कितने प्रकार की होती है तो लंबर दीकम्प्रेशन सर्जरी दो प्रकार की होती है पहला है लामाइनक्टोमी और दूसरा है डिस्केक्टॉमी | लामाइनक्टोमी सर्जरी में सर्जन कशेरुका के पिछले भाग को हटा देता है ताकि आपके रीढ़ की हड्डी में किसी भी तरह का दबाव न पड़े | डिस्केक्टॉमी सर्जरी में सर्जन केशुरूका के बीच में मौजूद डिस्क के छोटे- से हिस्से को निकल देता है, ताकि रीढ़ की हड्डी में किसी भी तरह का दबाव न पड़े | 

 

यदि आप भी रीढ़ की हड्डी से जुडी किसी भी प्रकार की समस्या से गुज़र रहे तो इसके इलाज में हुन्जुन हॉस्पिटल आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकता है | इस संस्था के सीनियर कंसल्टंट  डॉक्टर बलवंत सिंह हुन्जुन ऑर्थोपेडिक में स्पेशलिस्ट है, जो इस समस्या को कम करने में आपकी सहायता कर सकते है | इसलिए आज ही हुन्जुन हॉस्पिटल की वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मनेट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से भी संपर्क कर सकते है |   

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप दिए गए लिंक पर क्लिक करें और इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप हुन्जुन हॉस्पिटल नामक यूट्यूब चैनल पर भी जा सकते है | इस चैनल पर इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो जाएगी | 

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जोड़ो के दर्द के इलाज के लिए पीआरपी इंजेक्शन लगवाने के क्या है फायदे ?

एक व्यक्ति को जोड़ों में दर्द कई कारणों से उत्पन्न हो सकता है, जैसे की  अत्यधिक उपयोग करने से,किसी भी कारण वर्ष लगी गंभीर चोट या फिर गठिया की वजह से आदि | चाहे यह जोड़ों में होने वाला दर्द हल्का हो या फिर गंभीर, हर तरह से यह दर्द आपके रोज़मर्रा कामों में बाधा बन सकता है और आपके प्रतिक्रियाओं को भी सिमित कर सकता है | आइये जानते है जोड़ों में दर्द होने के मुख्य कारण क्या है :- 

जोड़ो में दर्द होने के मुख्य कारण :- 

 

  • आथ्रॉइटिस, जिसे गठिया भी कहा जाता है | 
  • खेल के दौरान चोट का लगना  
  • बर्साइटिस :- बार्स में उत्पन्न एक दर्दनाक सूजन होती है, यह तरल पदार्थ से भरी एक थैली होती है, जो ऊतकों के बीच घर्षण को कम करने का कार्य करती है |  
  • टेंडोनाइटिस :- टेंडन में उत्पन्न एक सूजन होती है, जो शरीर में मौजूद किसी भी टेंडन में हो सकता है | 
  • जोड़ों का अत्यधिक उपयोग करने से 
  • गाउट :- यह गठिया का एक प्रकार होता है, जब शरीर में अत्यधिक यूरिक एसिड जमा होने लग जाता है, तो इसे जोड़ों में सूजन आ जाती है |    

 

गठिया एक स्थिति है जिसमें यह आपके जोड़ों को सहारा देने वाले ऊतकों को नुक्सान पहुंचने का कार्य करते है, जिससे हड्डिया आपस में रगड़कर घर्षण और दर्द को उत्पन्न करती है | जिससे आपके जोड़ों में सूजन भी पैदा हो सकता है | लेकिन घबराएं नहीं, आज के दौर में विज्ञान ने इतनी उन्नत हासिल कर ली है और ऐसे लेटेस्ट उपकरणों और तकनीक को लांच किया है, जिसके जरिये शरीर के जोड़ो से जुडी कई तरह की समस्या का सटीकता से इलाज किया जा सकता है, उन्ही में से एक है पीआरपी इंजेक्शन | पीआरपी इंजेक्शन जोड़ों से संबंधित समस्याओं से पीड़त मरीज़ों के लिए एक आशाजनक रास्ता प्रदान करता है, जिसके माध्यम से जोड़ों में उत्पन्न दर्द का आसानी से इलाज किया जा सकता है | आइये जानते है पीआरपी इंजेक्शन के बारे में और इससे कौन-कौन फायदे प्राप्त हो सकते है :- 

 

पीआरपी इंजेक्शन क्या है ? 

 

जोड़ों के दर्द के लिए पीआरपी इंजेक्शन, प्लेटलेट रिच प्लाज़्मा का उपचार है | जिसमें मरीज़ के खून में से प्लेटलेट को अलग करके एक गाढ़ा गोल बनाया जाता है, फिर इस गोल को दर्द हो रहे हिस्से में इंजेक्शन के जरिये इंजेक्ट कर दिया जाता है | पीआरपी इंजेक्शन की मदद से जोड़ो के दर्द से काफी राहत पाया जा सकता है और यह कार्य में सुधर लाने में भी मदद  करता है | यह उपचार गठिया, कूल्हे, घुटने और कंधे के दर्द के लिए बेहद फायदेमंद होते है | आइये जानते है पीआरपी इंजेक्शन को लगवाने से कौन-कौन से लाभ प्राप्त हो सकते है :- 

 

पीआरपी इंजेक्शन लगवाने से कौन-कौन से लाभ प्राप्त हो सकते है ? 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन से जोड़ों में उत्पन्न सूजन, दर्द और अकड़न को कम किया जा सकता है | 

 

  • इससे जोड़ों में मौजूद चिकनाई को बढ़ावा मिलता है और जोड़ों से काम करना भी काफी बेहतर हो जाता है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन क्षतिग्रस्त हुए ऊतकों के पुनर्निर्माण करने में मदद करता है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन असर बड़ी तीव्रता से करता है और शरीर में प्राकृतिक तरीके से कोशियों को विकसित करता है |
  • पीआरपी इंजेक्शन में प्लेटलेट्स मौजूद होते है, जो रक्त में थक्के को बनाने का काम करता है और कोशिका प्रजनन को बढ़ाता है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन के उपयोग से कठोर दवाओं का सेवन और ओपिओइड का प्रयोग कम हो जाता है | 

पीआरपी इंजेक्शन से जुड़े कुछ ज़रूरी बातें 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन में मरीज़ के खून का प्रयोग किया जाता है, इसलिए इससे किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव या फिर अस्वीकृत होने का कोई भी खतरा नहीं होता | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन से जोड़ों के दर्द से आराम मिलने के साथ-साथ इससे उपास्थि भी मरम्मत हो जाती है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन को लगाने के कुछ ही दिनों बाद जोड़ो का दर्द काफी हद तक काम हो जाता है और इससे गतिविधियां फिर से शुरू की जा सकती है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन के पूरा उपचार की प्रक्रिया कम से कम तीन से छह महीना तक चल सकता है |

 

  • पीआरपी इंजेक्शन से पड़ने वाला सबसे आम दुष्प्रभाव है, इंजेक्शन वाले जगह पर दर्द और सूजन होना, जो आमतौर पर कुछ ही दिनों में चला जाता है |   

 

यदि आप में से कोई भी व्यक्ति जोड़ों में हो रहे दर्द की समस्या से पीड़ित है पर स्थायी रूप से अपना इलाज करवाना चाहता है तो इसमें हुंजन हॉस्पिटल आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकता है | इस संस्था में मौजूद प्रत्येक डॉक्टर पंजाब के बेहतरीन ऑर्थोपेडिक्स में से एक है, जो पिछले 32 वर्षो से जोड़ो से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित मरीज़ों का सटीकता से इलाज कर रहे है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही हुंजन हॉस्पिटल की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |

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हड्डियां और मांसपेशियों के कमज़ोर होने के मुख्य कारण क्या है ?

किस भी व्यक्ति के लिए पूरे जीवन में समग्र स्वास्थ्य और गतिशीलता बनाये रखने के लिए मजबूत हड्डियां और मांसपेशियों का होना अनिवार्य होता है | हालांकि, विभिन्न कारक इन महत्वपूर्ण संरचनायों को कमज़ोर करने में योगदान देती है | आइये जानते है हड्डियां और मांसपेशियों के कमज़ोर होने के मुख्य कारण कौन-से है :- 

हड्डियां के कमज़ोर होने के मुख्य कारण 

 

  • उम्र का बढ़ना :- हड्डियां कमज़ोर होने के सबसे आम कारण है बढ़ती उम्र | जैसे-जैसे लोगों की उम्र बढ़ने लग जाती है, उनकी हड्डियों में घनत्व कम होने लग जाता है | जिससे ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जो विशेष रूप से हड्डियों को कमज़ोर करने काम करते है, जिसके परिणामस्वरूप हड्डियों में फ्रैक्चर होने का जोखिम कारक बढ़ जाता है | 

 

  • पोषण की कमी होना :- आज के दौर में लोगों के खानपान में इतने बदलाव आ गए है कि उन्हें पूर्ण रूप से पोषण प्राप्त नहीं हो पता | हड्डियों से जुड़ी स्वास्थ्य में अपनी भूमिका निभाने वाले पोषक तत्व कैल्शियम और विटामिन डी का पर्याप्त रूप से सेवन करना बेहद ज़रूरी होता है | इन पोषण तत्वों की कमी होने पर शरीर के हड्डियां कमज़ोर हो सकती है | 

 

  • हार्मोनल परिवर्तन होना :- शरीर में मौजूद हार्मोन्स हड्डियां को प्रभावित कर सकते है | महिलाओं में रजोनिवृत्ति के दौरान हुए एस्ट्रोजन के स्तर पर गिरावट, हड्डियों को तेज़ी से नुक्सान पहुंचने का कार्य करते है और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने पर ये हड्डियों के घन्तव की कमी होने कारण बन सकते है | 

 

  • शारीरिक प्रतिक्रिया :- मांसपेशियों को मजबूत करने वाली गतिविधियां, एक गतिहीन जीवनशैली के कारण हड्डियां को कमज़ोर कर सकती है | इसलिए हड्डियों को मज़बूत बनाने के लिए प्रतिदिन व्यायाम करना ज़रूरी होता है |    

 

  • दवाएं के सेवन से :- कुछ दवाओं ऐसे भी होती है, जिसका लम्बे समय तक सेवन करने से हड्डियां कमज़ोर होने लग जाती है, क्योंकि यह दवाएं कैल्शियम अवशोषण और हड्डी के पुनर्निर्माणित में खलल बनने का काम करती है | 

 

  • धूम्रपान और शराब जैसी नशीली पदार्थों का सेवन करना :- धूम्रपान और अनियमित रूप से शराब जैसी नशीली पदार्थों का सेवन करने से हड्डियां कमज़ोर हो सकती है | 

 

मांसपेशियों के कमज़ोर होने के मुख्य कारण 

 

  • उम्र के साथ शरीर में मौजूद मांसपेशियों का कमज़ोर होना स्वाभाविक है, इस स्थिति को सरकोपेनिया के रूप से भी जाना जाता है | 
  • न्यूनतम शारीरिक गतिविधि के साथ-साथ एक गतिहीन जीवनशैली मांसपेशी को कमज़ोर कर सकती है | 
  • शरीर में लगी गंभीर चोट की वजह से मांसपेशियां कमज़ोर हो सकती है, जैसे की फ्रैक्चर या फिर संयुक्त अव्ययस्था, जो अनुप्रोयोजित शोष का कारण बनती है |   
  • कुछ न्यूरोलॉजिकल स्थितियां होती है, जो मांसपेशियों को कमज़ोर करने का कार्य करती है | 
  • कुछ गंभीर बीमारियों की वजह से उत्पन्न स्थितियों के कारण भी मासपेशियां कमज़ोर होने लग जाती है |    

हड्डियां और मांसपेशिओं को कमज़ोर होने से ऐसे रोकें ?   

 

संपूर्ण स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए और जटिलताओं को रोकने के लिए हड्डियों और मांसपेशियों को कमज़ोर होने से रोकना बेहद महत्वपूर्ण होता है | कुछ रणनीतियां है, जिसके माध्यम से आप हड्डियां और मांसपेशिओं को कमज़ोर होने से रोक सकते है, जिमें शामिल है :- 

 

  • हड्डियों और मांसपेशियों के स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए कैल्शियम, विटामिन डी और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर भोजन आहार को अपनी डाइट में शामिल करें | जैसे की दूध से बने उत्पाद और अन्य हरी सब्ज़ियां आदि | 

 

  • नियमित रूप से व्यायाम करने से आप हड्डियां और मांसपेशियों को मज़बूत बना सकते है, जैसे की पैदल चलना, जॉगिंग करना आदि | 

 

  • धूम्रपान और शराब जैसी नशीली पदार्थों का सेवन बिलकुल न करें |  

 

यदि आप में कोई भी व्यक्ति ऐसी ही किसी परेशानी से जूझ रहे है और इलाज करवाना चाहते है तो इसमें हुंजन हॉस्पिटल आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुंजन ऑर्थोपेडिक्स में स्पेशलिस्ट है, जो इस समस्या का इलाज कर, इससे छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकते है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही हुंजन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |

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विटामिन से कमी होने से आंखों की रौशनी के कमी के साथ-साथ हड्डियों में भी होने लगता है दर्द, ऐसे बढ़ाएं इन्टेक

विटामिन बी12 शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण पौष्टिक तत्व होता है, जो हड्डियों से लेकर ब्रेन और इम्यून सीसैटेम के लिए बेहद  ज़रूरी तत्व माना जाता है | इसलिए जब शरीर में विटामिन बी12 की कमी हो जाती है तो इससे ऑर्गन्स और इन सिस्टम्स पर बहुत हो बुरा असर पड़ता है | हुंजन हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुंजन ने यह बताया की आमतौर पर यह देखा गया है की शरीर और स्वाथ्य के लिए ज़रूरी होने के बावजूद भी लोगों में विटामिन बी12 की कमी होने मामले  सबसे अधिक पाए जाते है | इस आंकड़े यह पता चलता है की लोगों को विटामिन बी12 के सही खुराक के बारे में अभी तक सही जानकारी प्राप्त नहीं हुई है | आइये जानते है विटामिन बी12 की कमी होने के मुख्य लक्षण क्या है :-   

विटामिन बी12 की कमी होने के मुख्य लक्षण 

 

  • एनीमिया और कमज़ोरी होना :- विटामिन बी12 शरीर में रक्त कणिकाओं और प्लेटलेट्स बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को निभाने का काम करती है | इसलिए जब शरीर में विटामिन बी12 की कमी हो जाती है तो इससे प्लेटलेट्स की संख्या में कमी आने लग जाती है, जो एनीमिया जैसी स्थिति को उत्पन्न करने का कार्य करता है | 

 

  • कमज़ोर हड्डियां :- शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने से हड्डियां कमज़ोर होने लग जाती है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या उत्पन्न होने का जिखिक कारक बढ़ जाता है | 

 

  • आंखों की रौशनी का कमज़ोर होना :- जब शरीर में विटामिन बी12 कमी हो जाती है तो इससे ऑप्टिक नर्व को भी काफी नुक्सान पहुंचने लग जाता है | जिस वजह से आंखों की दृष्टि में धुँधलापन आ जाता है और साफ-साफ़ देखने में काफी परेशानी होती है |  

 

  • त्वचा से जुड़ी समस्या का उत्पन्न होना :- शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने के कारण त्वचा से जुड़ी कई तरह की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जैसे की ड्राई स्किन, हाइपरपिगमेंटेशन, विटिलिगो और स्किन में बार-बार खुजली महसूस होना आदि शामिल है |    

 

विटामिन बी12 की कमी होने पर कौन-से भोजन का सेवन करना चाहिए ?      

 

  • सी-फूड्स जैसे की साल्मन मछली 
  • अंडा और पोल्ट्री से बने पदार्थ  
  • चिकन 
  • दूध, दही, चीज़ और पनीर 
  • पालक, चुकंदर और मशरूम आदि 

यदि आप को भी हड्डियों में दर्द और साफ-साफ़ दिखने में परेशानी हो रही है या फिर ऊपर बताये गए किसी भी लक्षण से गुजर रहे है तो इसका मतलब यह है की आपको विटामिन बी12 की कमी हो गयी है | इसलिए समय रहते डॉक्टर के पास जाएं और अपना इलाज करवाएं, क्योंकि इलाज में देरी होने पर यह स्थिति को गंभीर कर सकते है |

 

इलाज के लिए आप हुंजन हॉस्पिटल से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुंजन ऑर्थोपेडिक्स में स्पेशलिस्ट है, जो पिछले 32 वर्षों से ओर्थपेडीक से जुडी समस्या से पीड़ित मरीज़ों का स्थायी रूप से इलाज कर रहे है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही हुंजन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |     

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Deciding Between Orthopedic Surgeon Or Neurosurgeon For Spine Surgery

You have two options when you need spine surgery: an orthopedic surgeon or a neurosurgeon. Both can help you with your spine surgery. But they specialize in different areas. Now we will discuss both of these doctors, and what they are good at so you can make an informed decision. 

An injury or any other issue with our spine is a significant concern. It can affect how our body functions and lead to many problems. Well, that’s where Neurologists come in! They are like exceptional doctors who understand the brain and nerves well. Let’s learn about the Neurologist and their importance in keeping us healthy. 

If you need spine surgery for any conditions related to spine deformities, you can find the Best Neurosurgeon. The surgeons provide the best treatment using a high level of expertise combined with the best practices and up-and-coming knowledge to give the patients world-class treatment facilities. 

ORTHOPEDIC SURGEON

Orthopedic surgeons are experts in bones and muscles. They are like mechanics for your body’s frame. They are excellent at fixing problems with your spine’s bones, muscles, and joints. If you are suffering from issues like bent spine or a slipped disc, they can help you.

Orthopedic surgeons fix things like:

  • Bent Spines 
  • Slipped Discs 
  • Broken backbones 

They know much about bones, joints, and muscles and can suggest treatments with or without surgery.

ORTHOPEDIC SURGEONS ARE GOOD AT

Fixing Bones And Muscles Issues: If you have problems with the bones or muscles in your spine, these doctors know how to fix them.

Taking Care Of Your Whole Spine: Orthopedic surgeons can help you with various spine problems. They offer treatments that do not involve surgery too. 

Doing Spine Surgeries: Orthopedic surgeons have the expertise to perform surgeries to fix your spine, like making two bones in the spine grow together. 

NEUROSURGEON 

A Neurosurgeon knows a lot about the nervous system, which is the body’s electrical wiring. They are like the electrician for your body. They are good at fixing problems with the nervous and spinal cord. If you have issues like nerves being squished or tumors, they can help. 

Sometimes things can go wrong in our control center, brain, and nervous system. Maybe you can’t remember things like you used to, or your hands shake without you wanting them to. Neurologists are like detectives. They ask many questions and use specialized tests to determine what is causing these problems.

Neurosurgeons help with problems like:

  • Pinched nerves
  • Spinal cord injuries
  • Growths in the brain

They’re good at meticulous surgeries involving the nervous system.

NEUROSURGEONS ARE GOOD AT

Fixing Nerves and Brain Issues: If you have problems with your nerves, like pinched nerves, or growth like tumors, these doctors can help. 

Handling Tricky Surgeries: They are the experts at surgeries that need a lot of care because they deal with delicate parts like the nerves and the spinal cord. 

Treating Brain And Spinal Problems: A neurosurgeon can help you with issues in the spine and the brain, which connects to the spine. 

CHOOSING THE RIGHT DOCTOR FOR YOUR PROBLEM

You need to remember these few things to select the right doctor for your issues. These are:

Know Your Problem: If you are choosing a doctor, you must establish your issue. An orthopedic surgeon will be your best choice if you have bones or muscles related issues. If your problem is neurological or related to the nerves, go for a neurosurgeon.

Doctor’s Experience: When looking for a doctor for your problems, an excellent start is knowing about your doctor’s knowledge and experience. If your doctor has treated similar cases before, it adds to their credentials. 

Teamwork: Sometimes, both doctors work together as a team to solve tricky issues. Your primary doctor can help you decide which is the best choice. 

CONCLUSION

Consider your problem, the doctor’s experience, how you feel with them, and if teamwork is needed. It will help you make the best choice for your spine.

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Why Do Healthcare Providers Keep the Environment Clean? How Does It Impact Patients?

Cleaning is a basic need for every individual in their houses, at workplaces, and most importantly, in hospitals. The hospital must understand the importance of professional cleaning. In this article, you will know why hospitals prefer professional cleaning companies for cleaning purposes and their perks. 

Here are the three reasons why a healthcare provider chooses cleaning companies.

As healthcare providers, it is vital that you understand the importance of cleanliness not just for patients but also for the staff and doctors to maintain a hygienic work environment for them and save the lives of millions. 

  • To meet the cleaning standards 

Several agencies set up specific standards and norms of cleanliness for hospitals, and they conduct inspections on time to ensure that hospitals should maintain cleanliness, for which they hire cleaning companies who are famous for Carpet cleaning as they provide professional cleaning for hospitals. 

  • Maintaining a professional workplace 

Professional cleaning provides safety to patients, staff, and doctors and enhances the place’s appearance. It helps attract patients as they also want to be treated if they have the surety of hygiene and a germ-free environment in OT and ICUs; as doctors and healthcare providers are committed to their work, they must show as well. 

  • Ensure the safety of every staff and doctor. 

What if you learned that you are going to a hospital where staff are on leave due to infection caused to them because the place and surfaces are not cleaned properly? No one should want to go to a place where germs so infect doctors and staff itself. 

Every day, thousands of germs come with patients dealing with different types of infections, so the places must be adequately sanitized in a timely manner so that the person who is assisting the patients does not get infected by others.  

What types of qualities should a professional cleaning company hold?   

Must be committed to their work: 

The cleaning company must make a commitment to give you the best services, and the manager should know how to keep the promises they made with the client and should finish the work on time as Cleaners do. 

Should work in an organized manner: 

The company should know how to manage the teams, and teams also must have the coordination which is needed to finish the tasks on time, as every team member has a different duty to perform while cleaning. While the cleaning process is working and after that we want our things in place so it is so vital that cleaning companies should focus on this as well. 

Quality services: 

Choose a company that provides cleaning services with advanced equipment like vacuum cleaners for satisfying results and makes the environment hygienic and germ-free with their cleaning techniques. 

Conclusion 

Cleanliness is another aspect of a healthy and safe life. When you understand that and want to clean your professional and personal space, hire a cleaning company for the best services. They have organized teams to finish work on time.