Categories
Hindi

सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट से जुड़े 8 ऐसी युक्तियों, जो करें जल्दी ठीक होने में मदद

किसी भी व्यक्ति के जीवन में दुर्घटना जैसी स्थिति कभी भी हो सकती है, जिसकी वजह से इससे पीड़ित व्यक्ति को कई तरह के परिस्तिथयों से गुजरना पड़ सकता है | हलाकि दुर्घटना में लगी छोटी चोट को मलहम द्वारा या फिर थोड़े दिन में ठीक हो सकते है | लेकिन कई बार बड़ी दुर्घटना होने कारण इसमें मौजूद व्यक्ति को गंभीर चोट लग सकती है, जिस वजह से उसकी  हड्डियां क्षतिग्रस्त हो जाती है | जिसमें टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने के लिए सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट का उपयोग किया जाता है, ताकि इससे पीड़ित व्यक्ति जल्द से जल्द ठीक हो सके |

लेकिन एक उचित देखभाल के बिना सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट अपना सटीक रूप से बिल्कुल कार्य नहीं कर सकता, इसलिए निरिक्षीण के साथ-साथ इस कास्ट की देखभाल करना बेहद ज़रूरी होता है | हुन्जुन हॉस्पिटल के यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो में ऐसी ही 8 युक्तियों का अध्ययन किया गया है जिसके माध्यम से सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट की पूर्ण रूप से देखभाल किया जा सकता है और जल्दी रिकवर होने में मदद भी मिल सकती है | इसलिए आइये जानते है सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट से जुड़े ऐसे ही 8 युक्तियों के बारे में :-    

  1. इस बात का हमेशा ध्यान रखें की सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट में किसी भी तरह का दबाव न डालें | 
  2. सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट को साफ और सूखा रखें, ऐसा न करने पर आपको कास्ट लगे क्षेत्र में खुजली की समस्या उत्पन्न हो सकती है | 
  3. नहाने की दौरान सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट को प्लास्टिक थैले की मदद से अच्छे से ढक ले ताकि कास्ट गीला न हो सके | 
  4. सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट के अंदर किसी भी तरह के वस्तु को न रखें | 
  5. कास्ट के अंदर किसी भी नुकीली वस्तु से खुजली करने का प्रयास न करें, ऐसा करने से त्वचा पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है |   
  6. यदि आपके सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट में अजीब तरह की दुर्गंध आ रही है तो तुरंत ही डॉक्टर के पास जाएं, और इस समस्या की जांच करवाएं |  
  7. सिंथेटिक और प्लास्टर कास्ट के किनारों में कठोर कास्ट को न काटे | 
  8. कास्ट को खुद से उतारने और काटने का प्रयास न करें, ऐसा करने से आप खुद हानि पहुंचा सकते है |    

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें और इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप हुन्जुन हॉस्पिटल नामक यूट्यूब चैनल पर विजिट कर सकते है | इस चैनल पर इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो बनाकर पोस्ट की हुई है | 

इस संस्था के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुन्जुन ऑर्थोपेडिक्स में स्पेशलिस्ट है, जो पिछले 22 सालों से पीड़ित मरीज़ों का सटीक तरीकों और स्थायी रूप से इलाज कर रहे है | इसलिए परामर्श एके लिए आज ही हुन्जुन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मनेट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट में दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |

Categories:

Categories
Hindi
Categories
Knee replacement

सफलतापूवर्क मिली नी रिप्लेसमेंट की सर्जरी के साथ एक मरीज़ ने अपनी यात्रा के बारे में संपूर्ण जानकारी

हुन्जुन हॉस्पिटल के यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के माध्यम से एक मरीज़ ने यह बताया की वह हुन्जुन हॉस्पिटल में अपना दोनों घुटने की नी रिप्लेसमेंट की सर्जरी को करवाने आये थे | इस हॉस्पिटल में रॉबर्ट्स तकनिकी के माध्यम से उनके घुटनो में नी रिप्लेसमेंट सर्जरी को की गयी | सर्जरी पूर्ण रूप से सफलतापूवर्क हुई और अब उनके घुटनो में दर्द की समस्या काफी कम हो गयी है | अभी वह इस सर्जरी से रिकवरी कर रही है और उसमें भी हुन्जुन हॉस्पिटल के पूरा स्टाफ मेंबर उनकी रिकवरी में पूर्ण रूप से मदद कर रहा है |

 

इसलिए वह इस हॉस्पिटल के सभी डॉक्टर और हॉस्पिटल में मौजूद पूरे स्टाफ मेंबर का तेह दिल से शुक्रिया करना चाहते है | यदि आप में कोई भी व्यक्ति ऐसी ही परिस्थिति से गुजर रहा है तो उनकी सलाह यही है की वह हुन्जुन हॉस्पिटल्स अपना इलाज करवा सकते है |   

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें और इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप हुन्जुन हॉस्पिटल नामक यूट्यूब चैनल पर भी विजिट कर सकते है | इस चैनल पर आपको इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो जाएगी | 

 

यदि आप में से कोई भी व्यक्ति ऑर्थोपेडिक्स से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या से गुजर रहा है और स्थायी रूप से इलाज करवाना चाहता है तो इसमें हुन्जुन हॉस्पिटल आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकता है | इस संस्था के पास ऑर्थोपेडिक्स में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की बेहतरीन टीम है, जो पिछले 32 सालों से लेटेस्ट तकनीक और नए उपकरण का उपयोग कर ऑर्थोपेडिक्स से जुड़ी समस्या से पीड़ित मरीज़ों का सटीक और स्थायी रूप से इलाज कर रहे है | इसलिए परामर्श के लिए  आज ही हुन्जुन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मनेट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट में दिए गए नंबरों से भी सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |     

Categories:

Categories
Knee replacement
Categories
Hindi

हुन्जुन हॉस्पिटल नी रिप्लेसमेंट की सर्जरी के द्वारा कर रहा है घुटने से जुड़ी समस्या का सटीक इलाज

हुन्जुन हॉस्पिटल रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के माध्यम से घुटने से जुडी समस्याओं से पीड़ित मरीज़ों का स्थायी रूप से इलाज कर रहा है | इस सर्जरी से न केवल मरीज़ों को घुटने से जुडी समस्याओं से छुटकारा मिल रहा है, बल्कि इस सर्जरी के दौरान मरीज़ को किसी भी दर्द या फिर फिर किसी भी परेशानियों का समाना नहीं करना पड़ता | इसी विषय पर बने एक इंटरव्यू वीडियो में, जो की इस संस्था के यूट्यूब चैनल पर पोस्ट है, एक मरीज ने यह बताया की वह पिछले 3 सालों से घुटने में दर्द की समस्या से गुज़र रहे थे | उन्होंने कई हॉस्पिटल से अपना इलाज करवाये था, लेकिन जो परिणाम इस संस्था से इलाज करवाने के बाद मिला है वैसा परिणाम उन्हें और कहीं से भी प्राप्त नहीं हो पाया है | 

उस मरीज़ ने यह भी बताया की उनके दोनों घुटनो का इलाज भी रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के माध्यम से ही किया गया है | इस सर्जरी के दौरान उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या से गुजरना नहीं पड़ा और उन्हें किसी भी तरह के दर्द का अनुभव नहीं हुआ | इस सर्जरी के बाद मिले परिणाम से वह बहुत खुश है और सभी को यही सलाह देंना चाहते है की यदि कोई भी व्यक्ति घुटने से जुडी किसी भी प्रकार की समस्या से पीड़ित है तो वह अपना इलाज हुन्जुन हॉस्पिटल से ही करवाएं | 

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें और इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप हुन्जुन हॉस्पिटल नामक यूट्यूब चैनल पर भी विजिट कर सकते है | इस चैनल पर आपको  इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो जाएगी | 

इस संस्था के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुन्जुन ऑर्थोपेडिक्स में स्पेसलिस्ट है, जो पिछले 32 सालों से पीड़ित मरीज़ों का स्थायी रूप से इलाज कर उन्हें समस्याओं से छुटकारा दिला रही है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही हुन्जुन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मनेट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट में मौजूद नंबरों से भी संपर्क कर सकते है |

Categories:

Categories
Hindi
Categories
Bone Health bursitis health orthopaedic orthopaedic doctor

जोड़ो के दर्द के इलाज के लिए पीआरपी इंजेक्शन लगवाने के क्या है फायदे ?

एक व्यक्ति को जोड़ों में दर्द कई कारणों से उत्पन्न हो सकता है, जैसे की  अत्यधिक उपयोग करने से,किसी भी कारण वर्ष लगी गंभीर चोट या फिर गठिया की वजह से आदि | चाहे यह जोड़ों में होने वाला दर्द हल्का हो या फिर गंभीर, हर तरह से यह दर्द आपके रोज़मर्रा कामों में बाधा बन सकता है और आपके प्रतिक्रियाओं को भी सिमित कर सकता है | आइये जानते है जोड़ों में दर्द होने के मुख्य कारण क्या है :- 

जोड़ो में दर्द होने के मुख्य कारण :- 

 

  • आथ्रॉइटिस, जिसे गठिया भी कहा जाता है | 
  • खेल के दौरान चोट का लगना  
  • बर्साइटिस :- बार्स में उत्पन्न एक दर्दनाक सूजन होती है, यह तरल पदार्थ से भरी एक थैली होती है, जो ऊतकों के बीच घर्षण को कम करने का कार्य करती है |  
  • टेंडोनाइटिस :- टेंडन में उत्पन्न एक सूजन होती है, जो शरीर में मौजूद किसी भी टेंडन में हो सकता है | 
  • जोड़ों का अत्यधिक उपयोग करने से 
  • गाउट :- यह गठिया का एक प्रकार होता है, जब शरीर में अत्यधिक यूरिक एसिड जमा होने लग जाता है, तो इसे जोड़ों में सूजन आ जाती है |    

 

गठिया एक स्थिति है जिसमें यह आपके जोड़ों को सहारा देने वाले ऊतकों को नुक्सान पहुंचने का कार्य करते है, जिससे हड्डिया आपस में रगड़कर घर्षण और दर्द को उत्पन्न करती है | जिससे आपके जोड़ों में सूजन भी पैदा हो सकता है | लेकिन घबराएं नहीं, आज के दौर में विज्ञान ने इतनी उन्नत हासिल कर ली है और ऐसे लेटेस्ट उपकरणों और तकनीक को लांच किया है, जिसके जरिये शरीर के जोड़ो से जुडी कई तरह की समस्या का सटीकता से इलाज किया जा सकता है, उन्ही में से एक है पीआरपी इंजेक्शन | पीआरपी इंजेक्शन जोड़ों से संबंधित समस्याओं से पीड़त मरीज़ों के लिए एक आशाजनक रास्ता प्रदान करता है, जिसके माध्यम से जोड़ों में उत्पन्न दर्द का आसानी से इलाज किया जा सकता है | आइये जानते है पीआरपी इंजेक्शन के बारे में और इससे कौन-कौन फायदे प्राप्त हो सकते है :- 

 

पीआरपी इंजेक्शन क्या है ? 

 

जोड़ों के दर्द के लिए पीआरपी इंजेक्शन, प्लेटलेट रिच प्लाज़्मा का उपचार है | जिसमें मरीज़ के खून में से प्लेटलेट को अलग करके एक गाढ़ा गोल बनाया जाता है, फिर इस गोल को दर्द हो रहे हिस्से में इंजेक्शन के जरिये इंजेक्ट कर दिया जाता है | पीआरपी इंजेक्शन की मदद से जोड़ो के दर्द से काफी राहत पाया जा सकता है और यह कार्य में सुधर लाने में भी मदद  करता है | यह उपचार गठिया, कूल्हे, घुटने और कंधे के दर्द के लिए बेहद फायदेमंद होते है | आइये जानते है पीआरपी इंजेक्शन को लगवाने से कौन-कौन से लाभ प्राप्त हो सकते है :- 

 

पीआरपी इंजेक्शन लगवाने से कौन-कौन से लाभ प्राप्त हो सकते है ? 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन से जोड़ों में उत्पन्न सूजन, दर्द और अकड़न को कम किया जा सकता है | 

 

  • इससे जोड़ों में मौजूद चिकनाई को बढ़ावा मिलता है और जोड़ों से काम करना भी काफी बेहतर हो जाता है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन क्षतिग्रस्त हुए ऊतकों के पुनर्निर्माण करने में मदद करता है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन असर बड़ी तीव्रता से करता है और शरीर में प्राकृतिक तरीके से कोशियों को विकसित करता है |
  • पीआरपी इंजेक्शन में प्लेटलेट्स मौजूद होते है, जो रक्त में थक्के को बनाने का काम करता है और कोशिका प्रजनन को बढ़ाता है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन के उपयोग से कठोर दवाओं का सेवन और ओपिओइड का प्रयोग कम हो जाता है | 

पीआरपी इंजेक्शन से जुड़े कुछ ज़रूरी बातें 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन में मरीज़ के खून का प्रयोग किया जाता है, इसलिए इससे किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव या फिर अस्वीकृत होने का कोई भी खतरा नहीं होता | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन से जोड़ों के दर्द से आराम मिलने के साथ-साथ इससे उपास्थि भी मरम्मत हो जाती है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन को लगाने के कुछ ही दिनों बाद जोड़ो का दर्द काफी हद तक काम हो जाता है और इससे गतिविधियां फिर से शुरू की जा सकती है | 

 

  • पीआरपी इंजेक्शन के पूरा उपचार की प्रक्रिया कम से कम तीन से छह महीना तक चल सकता है |

 

  • पीआरपी इंजेक्शन से पड़ने वाला सबसे आम दुष्प्रभाव है, इंजेक्शन वाले जगह पर दर्द और सूजन होना, जो आमतौर पर कुछ ही दिनों में चला जाता है |   

 

यदि आप में से कोई भी व्यक्ति जोड़ों में हो रहे दर्द की समस्या से पीड़ित है पर स्थायी रूप से अपना इलाज करवाना चाहता है तो इसमें हुंजन हॉस्पिटल आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकता है | इस संस्था में मौजूद प्रत्येक डॉक्टर पंजाब के बेहतरीन ऑर्थोपेडिक्स में से एक है, जो पिछले 32 वर्षो से जोड़ो से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित मरीज़ों का सटीकता से इलाज कर रहे है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही हुंजन हॉस्पिटल की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |

Categories
Bone Health health Orthopedic doctor

हड्डियां और मांसपेशियों के कमज़ोर होने के मुख्य कारण क्या है ?

किस भी व्यक्ति के लिए पूरे जीवन में समग्र स्वास्थ्य और गतिशीलता बनाये रखने के लिए मजबूत हड्डियां और मांसपेशियों का होना अनिवार्य होता है | हालांकि, विभिन्न कारक इन महत्वपूर्ण संरचनायों को कमज़ोर करने में योगदान देती है | आइये जानते है हड्डियां और मांसपेशियों के कमज़ोर होने के मुख्य कारण कौन-से है :- 

हड्डियां के कमज़ोर होने के मुख्य कारण 

 

  • उम्र का बढ़ना :- हड्डियां कमज़ोर होने के सबसे आम कारण है बढ़ती उम्र | जैसे-जैसे लोगों की उम्र बढ़ने लग जाती है, उनकी हड्डियों में घनत्व कम होने लग जाता है | जिससे ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जो विशेष रूप से हड्डियों को कमज़ोर करने काम करते है, जिसके परिणामस्वरूप हड्डियों में फ्रैक्चर होने का जोखिम कारक बढ़ जाता है | 

 

  • पोषण की कमी होना :- आज के दौर में लोगों के खानपान में इतने बदलाव आ गए है कि उन्हें पूर्ण रूप से पोषण प्राप्त नहीं हो पता | हड्डियों से जुड़ी स्वास्थ्य में अपनी भूमिका निभाने वाले पोषक तत्व कैल्शियम और विटामिन डी का पर्याप्त रूप से सेवन करना बेहद ज़रूरी होता है | इन पोषण तत्वों की कमी होने पर शरीर के हड्डियां कमज़ोर हो सकती है | 

 

  • हार्मोनल परिवर्तन होना :- शरीर में मौजूद हार्मोन्स हड्डियां को प्रभावित कर सकते है | महिलाओं में रजोनिवृत्ति के दौरान हुए एस्ट्रोजन के स्तर पर गिरावट, हड्डियों को तेज़ी से नुक्सान पहुंचने का कार्य करते है और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने पर ये हड्डियों के घन्तव की कमी होने कारण बन सकते है | 

 

  • शारीरिक प्रतिक्रिया :- मांसपेशियों को मजबूत करने वाली गतिविधियां, एक गतिहीन जीवनशैली के कारण हड्डियां को कमज़ोर कर सकती है | इसलिए हड्डियों को मज़बूत बनाने के लिए प्रतिदिन व्यायाम करना ज़रूरी होता है |    

 

  • दवाएं के सेवन से :- कुछ दवाओं ऐसे भी होती है, जिसका लम्बे समय तक सेवन करने से हड्डियां कमज़ोर होने लग जाती है, क्योंकि यह दवाएं कैल्शियम अवशोषण और हड्डी के पुनर्निर्माणित में खलल बनने का काम करती है | 

 

  • धूम्रपान और शराब जैसी नशीली पदार्थों का सेवन करना :- धूम्रपान और अनियमित रूप से शराब जैसी नशीली पदार्थों का सेवन करने से हड्डियां कमज़ोर हो सकती है | 

 

मांसपेशियों के कमज़ोर होने के मुख्य कारण 

 

  • उम्र के साथ शरीर में मौजूद मांसपेशियों का कमज़ोर होना स्वाभाविक है, इस स्थिति को सरकोपेनिया के रूप से भी जाना जाता है | 
  • न्यूनतम शारीरिक गतिविधि के साथ-साथ एक गतिहीन जीवनशैली मांसपेशी को कमज़ोर कर सकती है | 
  • शरीर में लगी गंभीर चोट की वजह से मांसपेशियां कमज़ोर हो सकती है, जैसे की फ्रैक्चर या फिर संयुक्त अव्ययस्था, जो अनुप्रोयोजित शोष का कारण बनती है |   
  • कुछ न्यूरोलॉजिकल स्थितियां होती है, जो मांसपेशियों को कमज़ोर करने का कार्य करती है | 
  • कुछ गंभीर बीमारियों की वजह से उत्पन्न स्थितियों के कारण भी मासपेशियां कमज़ोर होने लग जाती है |    

हड्डियां और मांसपेशिओं को कमज़ोर होने से ऐसे रोकें ?   

 

संपूर्ण स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए और जटिलताओं को रोकने के लिए हड्डियों और मांसपेशियों को कमज़ोर होने से रोकना बेहद महत्वपूर्ण होता है | कुछ रणनीतियां है, जिसके माध्यम से आप हड्डियां और मांसपेशिओं को कमज़ोर होने से रोक सकते है, जिमें शामिल है :- 

 

  • हड्डियों और मांसपेशियों के स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए कैल्शियम, विटामिन डी और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर भोजन आहार को अपनी डाइट में शामिल करें | जैसे की दूध से बने उत्पाद और अन्य हरी सब्ज़ियां आदि | 

 

  • नियमित रूप से व्यायाम करने से आप हड्डियां और मांसपेशियों को मज़बूत बना सकते है, जैसे की पैदल चलना, जॉगिंग करना आदि | 

 

  • धूम्रपान और शराब जैसी नशीली पदार्थों का सेवन बिलकुल न करें |  

 

यदि आप में कोई भी व्यक्ति ऐसी ही किसी परेशानी से जूझ रहे है और इलाज करवाना चाहते है तो इसमें हुंजन हॉस्पिटल आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुंजन ऑर्थोपेडिक्स में स्पेशलिस्ट है, जो इस समस्या का इलाज कर, इससे छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकते है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही हुंजन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |

Categories
Bone Health health

विटामिन से कमी होने से आंखों की रौशनी के कमी के साथ-साथ हड्डियों में भी होने लगता है दर्द, ऐसे बढ़ाएं इन्टेक

विटामिन बी12 शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण पौष्टिक तत्व होता है, जो हड्डियों से लेकर ब्रेन और इम्यून सीसैटेम के लिए बेहद  ज़रूरी तत्व माना जाता है | इसलिए जब शरीर में विटामिन बी12 की कमी हो जाती है तो इससे ऑर्गन्स और इन सिस्टम्स पर बहुत हो बुरा असर पड़ता है | हुंजन हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुंजन ने यह बताया की आमतौर पर यह देखा गया है की शरीर और स्वाथ्य के लिए ज़रूरी होने के बावजूद भी लोगों में विटामिन बी12 की कमी होने मामले  सबसे अधिक पाए जाते है | इस आंकड़े यह पता चलता है की लोगों को विटामिन बी12 के सही खुराक के बारे में अभी तक सही जानकारी प्राप्त नहीं हुई है | आइये जानते है विटामिन बी12 की कमी होने के मुख्य लक्षण क्या है :-   

विटामिन बी12 की कमी होने के मुख्य लक्षण 

 

  • एनीमिया और कमज़ोरी होना :- विटामिन बी12 शरीर में रक्त कणिकाओं और प्लेटलेट्स बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को निभाने का काम करती है | इसलिए जब शरीर में विटामिन बी12 की कमी हो जाती है तो इससे प्लेटलेट्स की संख्या में कमी आने लग जाती है, जो एनीमिया जैसी स्थिति को उत्पन्न करने का कार्य करता है | 

 

  • कमज़ोर हड्डियां :- शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने से हड्डियां कमज़ोर होने लग जाती है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या उत्पन्न होने का जिखिक कारक बढ़ जाता है | 

 

  • आंखों की रौशनी का कमज़ोर होना :- जब शरीर में विटामिन बी12 कमी हो जाती है तो इससे ऑप्टिक नर्व को भी काफी नुक्सान पहुंचने लग जाता है | जिस वजह से आंखों की दृष्टि में धुँधलापन आ जाता है और साफ-साफ़ देखने में काफी परेशानी होती है |  

 

  • त्वचा से जुड़ी समस्या का उत्पन्न होना :- शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने के कारण त्वचा से जुड़ी कई तरह की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जैसे की ड्राई स्किन, हाइपरपिगमेंटेशन, विटिलिगो और स्किन में बार-बार खुजली महसूस होना आदि शामिल है |    

 

विटामिन बी12 की कमी होने पर कौन-से भोजन का सेवन करना चाहिए ?      

 

  • सी-फूड्स जैसे की साल्मन मछली 
  • अंडा और पोल्ट्री से बने पदार्थ  
  • चिकन 
  • दूध, दही, चीज़ और पनीर 
  • पालक, चुकंदर और मशरूम आदि 

यदि आप को भी हड्डियों में दर्द और साफ-साफ़ दिखने में परेशानी हो रही है या फिर ऊपर बताये गए किसी भी लक्षण से गुजर रहे है तो इसका मतलब यह है की आपको विटामिन बी12 की कमी हो गयी है | इसलिए समय रहते डॉक्टर के पास जाएं और अपना इलाज करवाएं, क्योंकि इलाज में देरी होने पर यह स्थिति को गंभीर कर सकते है |

 

इलाज के लिए आप हुंजन हॉस्पिटल से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुंजन ऑर्थोपेडिक्स में स्पेशलिस्ट है, जो पिछले 32 वर्षों से ओर्थपेडीक से जुडी समस्या से पीड़ित मरीज़ों का स्थायी रूप से इलाज कर रहे है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही हुंजन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |     

Categories:

Categories
Bone Health health
Categories
Knee Pain

घुटनों में दर्द होने के प्रमुख लक्षण, कारण और कैसे पाएं निदान ?

बढ़ती उम्र के साथ-साथ एक व्यक्ति के शरीर में पोषक तत्वों की कमी होना सामन्य-सी बात होती है, लेकिन इसकी वजह से व्यक्तियों को कई तरह के समस्याओं से गुजरना पड़ जाता है | आज के दौर में लोगों के खानपान में इतने बदलाव आ गए है की उन्हें पर्याप्त रूप से पोषक तत्व नहीं मिला पता है, जो आगे जाकर कमज़ोर हड्डियां होने का कारण बन जाता है | हड्डियों के  कमज़ोर होने के कारण, यह कई शरीर के कई जोड़ों में कई तरह के समस्याओं को उत्पन्न कर देता है, जिनमें से एक है घुटनों का दर्द | इन्ही कारणों से आज कल के बच्चों को भी कई तरह के गंभीर बिमारियों से गुजरना पड़ जाता है | आज के दौर में घुटनों का दर्द इतना आम हो गया है की यह अब किसी भी आयु के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है | लेकिन खुशी की बात यह की अब घुटनों के दर्द का सटीकता से इलाज किया जा सकता है | कुछ घरेलु उपचार की मदद से घुटनों के दर्द को कम किया जा सकता है | इस घरेलु उपचार को जांनने से पहले आइये जान लेते है घुटनों में दर्द के मुख्य लक्षण और कारण क्या है :-  

घुटनों में दर्द के प्रमुख लक्षण क्या है ?  

 

  • घुटनो को मोड़ने में परेशानी होना 
  • घुटनों को सीधा करने में तकलीफ होना
  • घुटनों के आस-पास क्षेत्र में सूजन होना 
  • ज्यादा समय तक खड़े रहने में तकलीफ होना 
  • पैरों को हिलाते समय घुटनों की हड्डियों का आपस में टकराने की आवाज़ आना 
  • दर्द वाले क्षेत्र का लाल हो जाना या फिर छूने पर गर्म-गर्म का एहसास होना 

 

 

घुटनों में दर्द के प्रमुख कारण क्या है ?

 

घुटनों में दर्द होने के कई कारण हो सकते है, क्योंकि कई मामलों में घुटनों का दर्द थोड़े समय के लिए रहता है और कई मामलों में यह लंबे समय तक के लिए भी रह सकता है | कई तरह की बिमारियों से भी ये घुटनों के दर्द का कारण बन सकती है, आइये जानते है :- 

 

  • जब एक व्यक्ति अपने घुटनों का सामान्य मात्रा से भी अधिक इस्तेमाल करता है, तो इस वजह से उस व्यक्ति को बर्साइटीस की समस्या से गुजरना पड़ जाता है | 

 

  • यदि किन्हीं कारणों से घुटने की हड्डी टूट गयी है या फिर अपनी जगह से अस्थिर हो गयी है तो इससे डिस्लोकेशन  की समस्या हो जाती है | डिस्लोकेशन होने पर डॉक्टर प्लास्टर को लगाने की सलाह देता है | 

 

  • जब व्यक्ति के शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा सामान्य रूप से भी काफी बढ़ जाती है तो इससे गाउट की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जो घुटनों में दर्द होने का कारण बनता है |

 

  • घुटनों की संरचना में किसी भी तरह के बदलाव आने के कारण ओस्टेओआर्थ्रिस्टिस की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जिस कारण पीड़ित व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ जाता है | 

 

  • आर्थराइटिस की शुरुआत घुटनों के सूजन से होती है, जिसकी वजह से पीड़ित व्यक्ति के घुटनों में काफी लंबे समय तक सूजन और दर्द की समस्या रहती है , जो कुछ ही दिनों बाद घुटनो की हड्डियों का विकार बढ़ाने लग जाता है और जिससे यह धीर-धीरे कमज़ोर होने लग जाती है | 

घुटनों में दर्द के लिए घरेलू उपचार 

 

  • लाल मिर्च का करें इस्तेमाल :- घुटनों के दर्द से निदान के लिए आप लाल मिर्च का उपयोग कर सकते है | इसके लिए सबसे पहले दो चम्मच लाल मिर्च को आधा कप जैतून तेल में मिलाकर, इससे अच्छे से गर्म कर लें | फिर थोड़ी देर बाद इस मिश्रण में बी वैक्स डालकर, इससे लगातार चलते रहे और पकने के 10 मिनट बाद गैस स्टोव को बंद कर दें | ठंडा होने पर इस लेप को घुटनों के प्रभावित क्षेत्र में लगा लें | लाल मिर्च एनाल्जेसिक के गुणों से भरपूर होता है, जो प्राकृतिक रूप से दर्द को कम करने में मदद करता है | 

     

  • हल्दी है घुटनों के दर्द के लिए फायदेमंद :- सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी को मिलकर इस पेय सेवन करें | हल्दी को एक बेहतर औषधि के रूप से जाना जाता है, जिसके दिन में दो बार सेवन करने से घुटनों के दर्द से राहत मिल सकती है |  

 

  • सेब के सिरका का करें सेवन :- सेब का सिरका एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे गुणों से भरपूर होता है, जो सूजन और दर्द को कम करने का कार्य करता है | इसलिए एक गिलास गरम पानी में दो चम्मच सेब के सिरके को मिलाकर, इसे खाना खाने के बाद सेवन करें |     

 

  • अदरक दिलाएं घुटनों के दर्द से छुटकारा :- अदरक को दो तरीकों से इस्तेमाल किए जा सकता है, पहले अदरक की चाय पीने से दर्द की समस्या को दूर किया जा सकता है और दूसरा, अदरक को पीसकर इस सूती के कपड़े में लपेटकर घुटनों में रखने से दर्द की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है |  

 

  • सेंधा नमक है बेहतर दर्द निवारक :- सेंधा नमक को प्राकृतिक दर्द निवारक भी माना जाता है | इसके लिए किसी बड़े बर्तन में गुनगुने पानी को रखें और इसमें सेंधा नामक को मिलाएं | फिर अपने घुटनों को 10 से 15 मिंट के लिए इस गुनगुने पानी में डुबाकर रखें, ऐसा करें से सूजन और दर्द की समस्या को कम किया जा सकता है |   

यदि यह सब नुस्खों का इस्तेमाल करने के बावजूद भी आपकी स्थिति में किसी भी प्रकार का सुधार नहीं आ रहा है तो बेहतर है की आप किसी अच्छे विशेषज्ञ के पास जाएं अपना इलाज करवाएं | इसके लिए आप हुंजन हॉस्पिटल से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर बलवंत सिंह हुंजन पंजाब के बेहतरीन ऑर्थोपेडिक्स में से एक है, जो पिछले 32 वर्षो से घुटनों की समस्या से पीड़ित मरीज़ों का सटीकता से इलाज कर रहे है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही हुंजन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मनेट को बुक कराएं | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों  से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |  

Categories:

Categories
Knee Pain
Categories
orthopaedic Orthopaedic Surgery Orthopedic doctor

डॉक्टर बलवंत सिंह हुन्जुन से जाने कैसे किया जाता है उनके हॉस्पिटल में ऑर्थोपेडिक से जुड़ी समस्या का इलाज

हुन्जुन हॉस्पिटल के यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक इंटरव्यू वीडियो में डॉक्टर बलवंत सिंह हुन्जुन ने यह बताया कि हुन्जुन हॉस्पिटल पिछले 35 सालों से ऑर्थोपेडिक से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित मरीज़ का इलाज कर रहा है और इस हॉस्पिटल को ऑर्थोपेडिक से जुड़ी समस्याओं का इलाज करने के नाम से भी जाना जाता है, जहाँ हड्डियों से जुडी सभी समस्याओं का स्थायी और सटीक तरीकों से इलाज किया जाता है | हड्डियों और जोड़ों से जुडी किसी भी प्रकार ऑपरेशन उनके हॉस्पिटल में बड़े ही सटीक तरीकों से किया जाता है, जैसे की जॉइंट नी रिप्लेसमेंट, जो कंप्यूटर नेविगेशन के माध्यम से किया जाता है, कूल्हे को बदलवाना, सोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी और भी कई ऐसे सफलतापूवर्क सर्जरी किये जाते है, जिसके परिणाम भी काफी बेहतरीन होते है |   

 

डॉक्टर बलवंत सिंह हुन्जुन ने यह भी बताया की इसके ;अलावा उनके हॉस्पिटल में अर्थरोस्कोपी थेरेपी भी की जाती है, जिससे कीहोल सर्जरी के नाम से भी जाता है, इसके माध्यम से भी घुटनों के जुड़ी समस्याओं का सफलतापूवर्क सर्जरी किया जाता है | इस फील्ड में अब उनका बेटे डॉक्टर जयवीर सिंह ने उनका साथ देना शुरू कर दिया है, डॉक्टर जयवीर सिंह ने तीन साल ऑर्थोस्कोपी में स्पेशल ट्रेनिंग ली है और अब वह भी ऑर्थोपेडिक से जुड़ी समस्याओं का सटीक इलाज और सफलतापूवर्क सर्जरी कर रहे है | 

 

इसके अलावा उनके हॉस्पिटल में रीढ़ की हड्डी से जुडी समस्याओं का सफलतापूवर्क भी इलाज किया जाता है | इसके साथ ही वह मरीज़ों का इलाज के लिए लेटेस्ट उपकरण और नए तकनीकों के उपयोग से करते है, ताकि मरीज़ को उचित उपचार और समस्या का सटीक इलाज प्राप्त हो सके | 

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें और इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप हुन्जुन हॉस्पिटल नामक यूट्यूब चैनल पर भी विजिट कर सकते है, इस चैनल पर आपको इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो जाएगी | 

 

यदि आप में से कोई भी व्यक्ति हड्डियों से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या से गुज़र रहा है और सटीक इलाज करवाना चाहता है तो इसके लिए आप हुन्जुन हॉस्पिटल से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के सभी डॉक्टर ऑर्थोपेडिक्स में स्पेशलिस्ट है, जो इस समस्या को कम करने में आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकते है | इसलिए आज ही हुन्जुन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट में मौजूद नंबरों से भी संपर्क कर सकते है |

Categories
Orthopaedic Surgery

जानें एक्सपर्ट्स से ऑर्थोपेडिक सर्जरी के बाद इन 7 खाद्य पदार्थों का सेवन करना होता है बेहद महत्वपूर्ण

हुन्जुन हॉस्पिटल ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के माध्यम से यह बताया कि ऑर्थोपेडिक सर्जरी करवाने के बाद मरीज़ को आराम के साथ-साथ एक स्वस्थ आहार को अपनाना बेहद ज़रूरी होता है, क्योंकि यह मरीज़ को मधुमेह और हृदयघात जैसे समस्या से दूर रखने का कार्य करता है | सर्जरी को करवाने के बाद मरीज़ शरीरक और मानसिक रूप से काफी कमज़ोर हो जाता है, जिससे रिकवर होने के लिए सख्त आराम और आहार की आवशयकता होती है | इसलिए सर्जरी के बाद प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए मरीज़ को इन 7 खाद्य पदार्थों का सेवन ज़रुर करना चाहिए, ताकि वह जल्द से जल्द रिकवर हो सके | आइये जानते है इन 7 खाद्य पदार्थों के बारे में :- 

 

  • प्रोटीन :- सर्जरी से उबरने के लिए प्रोटीन को आवश्यक खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है, क्यों प्रोटीन संक्रमण को रोकने का कार्य करती है और साथ ही हड्डियों के द्रव्यमान को बढ़ाने में भी मदद करती है | इसलिए मरीज़ को सोयाबीन, चिया सीड्स, बथुआ और पालक जैसे प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदाथों का सेवन करना चाहिए |   


  • कैल्शियम :- कैल्शियम हड्डियों की मज़बूती को बढ़ाने के साथ-साथ इससे बरक़रार रखने में भी मदद करती है | इसलिए मरीज़ को हरी सब्ज़ियां, सोया से बने पदार्थ, मछली और दूध का सेवन करना चाहिए | 


  • विटामिन डी :- विटामिन डी को उपभोग करने के सबसे अच्छा तरीका है, सूर्य की किरणें | सूर्य स्वाभाविक रूप से विटामिन डी जैसे पोषक तत्व की आपूर्ति करता है |   


  • विटामिन सी :- विटामिन सी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो मानव शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में सहायता करता है | इसलिए मरीज़ को विटामिन सी से भरपूर ब्रोकोली, रेग पेपर्स, पत्तागोभी और टमाटर जैसे खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए | 


  • जिंक :- जिंक से भरपूर खाद पदार्थ सर्जरी से होने वाले घाव को तेज़ी से भरने में काफी मदद करता है, इसलिए मरीज़ को पमकिन सीड्स, डार्क चॉकलेट, मीट एंड चिकन और काजू जैसे खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए |    


  • ओमेगा 3 :- फैटी फिश, नट्स, सीड्स और केनोला आयल जैसे खाद पदार्थ  ओमेगा 3  से भरपूर होते है | 


  • फाइबर :- ब्लैक बीन्स, नट्स, चिया सीड्स और लेनटिल्स फाइबर जैसे गुणों से भरपूर होते है | 

 

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करे और इस वीडियो को पूरा देखें | इसके आलावा आप हुन्जुन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर भी विजिट कर सकते है |

 

यदि आप हड्डियों से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या से गुजर रहे है तो आज ही हुन्जुन हॉस्पिटल नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | 

 

Categories:

Categories
Orthopaedic Surgery
Categories
Hindi

हर्निया क्या है और इसके होने के प्रमुख कारण कौन-से है ? जाने एक्सपर्ट से कैसे पाएं हर्निया से निजात

हुन्जुन हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर पियारा सिंह ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो में यह बताया कि मासपेशियां कमज़ोर होने पर व्यक्तियों को कई तरह के मुश्किलों का समाना करना पड़ जाता है जिसमें से एक है हर्निया की समस्या | जब मांसपेशी या फिर ऊतक में छेद कर अंदुरनी अंग बाहर को उभर आता है तो इसे मेडिकल टर्म में हर्निया रोग कहा जाता है | लेकिन घबराएं नहीं, हर्निया का आसानी से इलाज किया जा सकता है, साथ ही जीवनशैली में कुछ बदलाव से भी आप हर्निया जैसी समस्या से निजात पा सकते है | 

 

यदि बात करे की हर्निया क्या होती है तो हर्निया एक ऐसी स्थिति या फिर ऐसी समस्या होती है, जिसमें यह पेट का कोई अंदरूनी अंग जैसे कि पेट में मौजूद मांसपेशी, टिश्यू और छोटी आंत पेट की कमज़ोर त्वचा को छेद कर बाहर को उभार आती है | आइये जानते है इसके मुख्य लक्षण और कारण कौन-कौन से है :- 

हर्निया के प्रमुख लक्षण 

 

  • अचानक से पेट में तीव्र दर्द होना 
  • जी मिचलाना या फिर उल्टी आना 
  • अधिक समय तक खड़े रहने से पेट दर्द होना 
  • वजन उठाने के दौरान पेट में दबाव पड़ने पर दर्द होना 
  • पेट में लाल और जामुनी रंग के सूजन का उभारना 
  • पेट में सूजन आना आदि 

 

हर्निया होने के प्रमुख कारण 

 

  • कब्ज की समस्या हमेशा होना 
  • पेशाब करने के दौरान दर्द का अनुभव होना 
  • खांसी का लगातार होना 
  • वजनदार सामान को उठाना 
  • धूम्रपान और शराब जैसी नशीली पदार्थों का सेवन करना 
  • गर्भवती के दौरान 
  • पेट में किसी कारण से लगी आंतरिक चोट या फिर पूर्व सर्जरी  
  • अनुवांशिक कारणों से 
  • बढ़ती उम्र 
  • समय से पहले बच्चे का जनम होना 

 

यदि आप भी हर्निया की समस्या से गुज़र रहे हे और घरेलू उपचार को अपनाने के बाद भी स्थिति पर किसी भी प्रकार से सुधर नहीं आ रहा है तो, इसके लिए आप हुन्जुन हॉस्पिटल से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर पियारा सिंह जो की एडवांस्ड लप्रोस्कोपिक सर्जन स्पेशलिस्ट है, वह इस समस्या का इलाज कर, इससे छुटकारा दिलाने में आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकते है | इसलिए आज ही हुन्जुन हॉस्पिटल की वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | 

 

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से संपर्क कर करे | इसके अलावा आप हुन्जुन हॉस्पिटल नामक यूट्यूब चैनल पर भी जा सकते हैं | इस चैनल पर इस विषय संबंधित संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो जाएगी |

Categories:

Categories
Hindi